Deoghar: देवघर जिले की बेटी खुशनुमा सनोबर ने महज 15 साल की उम्र में India book of records में अपना नाम दर्ज करा जिले का नाम रौशन किया है। जिससे खुशनुमा के पुरे परिवार के साथ उनके दोस्तों के बीच ख़ुशी की लहर है।
जिले के मधुपुर शहर की रहने वाली खुशनुमा सनोबर ने छोटी सी उम्र में बेहतरीन पुस्तक लिखी है। जिसका नाम है ‘I have Abandoned my own words’ . इस बुक में 45 कविताएं (poems) है।
खुशनुमा बताती हैं कि उन्होंने एक पोएट्री बुक लिखी है। वो कक्षा 9वीं से ही ये बुक लिख रही थीं, 10वीं में बुक पब्लिश हुआ। जिसके बाद India book of records में 15 साल की उम्र में एक कविता पुस्तक लिखने और प्रकाशित करने के लिए प्रशंसा शीर्षक के तहत नाम दर्ज हुआ है। उन्होंने पुस्तक को नोशनप्रेस के माध्यम से प्रकाशित किया।
कहा कि उन्होंने 11 साल की उम्र में लिखना शुरू किया था और 12 साल की उम्र में एक प्रकाशित लेखक बन गई जब उन्होंने एक एंथोलॉजी में एक सहायक लेखक के रूप में योगदान दिया।
खुशनुमा सनोबर की इस सफलता पर उनका पूरा परिवार खुश है। पेशे से शिक्षक पिता अहसन जमील होनहार बेटी की इस सफलता पर फुले नहीं समा रहे हैं। उन्होंने ख़ुशी बयां करते हुए कहा कि ये उनके परिवार के लिए गौरव से भरा पल है। माँ रफत सुल्ताना की आंखें ख़ुशी से बार-बार भर आ रही। माँ कहती हैं कि बेटी का शुरू से लेखनी की ओर झुकाव रहा है। जीवन में ये ऐसे ही हमारा नाम रौशन करे यही कामना है। वहीं, छोटा भाई अदन भी बहन की इस सफलता से उत्साहित है।
बता दें कि खुशनुमा सनोबर मधुस्थली विद्यापीठ, मधुपुर से पढाई कर रही हैं। खुशनुमा फ़िलहाल दूसरी किताब लिखने का प्लान कर रही हैं। वो कॅरिअर में डॉक्टर बनना चाहती हैं। India book of records में नाम दर्ज होने का श्रेय खुशनुमा ने अपने माँ-पिता को दिया है। खुशनुमा का कहना है कि वो अपनी लेखनी के शौक को हमेशा बरकरार रखेंगीं और आगे पुस्तक लिखती रहेंगी।