Ranchi: गणतंत्र दिवस पर दिल्ली के राजपथ की झांकी में इस बार देवघर के बाबा बैद्यनाथ का वैभव दिखेगा। 26 जनवरी को परेड के दौरान बैद्यनाथ धाम इस बार आकर्षण का केंद्र होगा। सनातन धर्मियों के लिए आस्था और दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र बाबा बैद्यनाथ धाम की झलक राजपथ में नजर आएगी।
गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर प्रदर्शित होने वाले में इस बार झारखंड के बाबा बैद्यनाथ धाम को भी शामिल किया गया है। झांकी बनाने का काम 20 दिन पहले ही प्रारंभ हो गया था। झांकी के लिए उत्कृष्ट कारीगरों का चयन किया गया है। झांकी में देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम जहां रावण भी भगवान महादेव की पूजा करते थे , उसे विशेष तौर पर दिखाया जाएगा। जब लंका नरेश रावण शिवलिंग को ले जाकर लंका में स्थापित करने का प्रयास किए थे , लेकिन कैसे वो शिवलिंग को देवघर में स्थापित करना पड़ा इसे झांकी में देखा जा सकता है। सावन महिने में भगवान महादेव के जलाभिषेक, कांवर यात्रा को भी खूबसूरती से झांकी में प्रस्तुत किया जायेगा।
बाबा मंदिर के तीर्थ पुरोहित मनोज मिश्र का कहना है कि नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस के अवसर पर निकलने वाली झांकियों में झारखंड की झांकी का चयन होना, राज्य के लिए गर्व की बात है। झांकी में भगवान बिरसा मुंडा के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। देवघर के तीर्थ पुरोहित प्रमोद श्रृंगारी का मानना है कि यह देवघर ही नहीं पूरे पूर्वोत्तर के लिए हर्ष की बात है। क्योंकि, पूरे पूर्वोत्तर का एकमात्र ज्योतिर्लिंग बाबा बैद्यनाथ धाम है।
झांकी की तैयारी के लिए रांची के डीपीआरओ डॉ प्रभात शंकर को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। डॉ प्रभात शंकर की देखरेख में यह झांकी तैयार की जा रही है। डॉ प्रभात शंकर ने बताया कि झांकी निर्माण का कार्य लगभग पूरा हो गया है। बाबा बैद्यनाथ मंदिर की झांकी इस बार गणतंत्र दिवस परेड में नंबर वन आए, इसके लिए उत्कृष्ट कारीगरों द्वारा दिन रात काम किया जा रहा है। बाबा मंदिर की झांकी निर्माण में बारीकियों का ध्यान रखा जा जा रहा है। निर्माण में एक-एक चीज को ध्यान में रखकर बैद्यनाथ मंदिर की झांकी को हूबहू बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जिसमें 200 से ज्यादा कारीगर दिन रात काम कर रहे हैं।