Deoghar: एक का पिता जम्मू कश्मीर में है तैनात.. दूसरा CISF का बर्खास्त जवान और तीसरा लोजपा का स्थानीय नेता.. इस प्रोफ़ाइल वाले लोगों का ताल्लुक डकैतों के उस अंतर्राज्यीय गिरोह से है जिसने बीते 2 दिसंबर की रात देवघर के जसीडीह थाना इलाके में स्थित रोहिणी पॉवर सब स्टेशन ग्रीड में ₹42 लाख के सामान पर डाका डाल देवघर पुलिस के तमाम दावों की धज्जियां उड़ा कर रख दी थी।
डकैतो के इस गिरोह ने बाकायदा दो दिनों तक रेकी कर इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया था। 30-35 की संख्या में आए इन डकैतों ने पॉवर सब स्टेशन ग्रीड से ताँबे की तार और ट्रांसफार्मर ऑयल समेत करीब ₹42 के सामान पर हाथ साफ कर रफूचक्कर हो गए थे। इस वारदत के बाद अपनी हिली जमीन को दुरुस्त करने मे जुटी खाकी ने धनबाद के सिंदरी में ताबड़तोड़ छापेमारी कर गिरोह के 7 सदस्यों को उनके अंजाम तक पहुंचा दिया है जबकि, बाकी बचे शोहदों की तलाश जारी है।
सिंदरी के युवा लोजपा मोर्चा का नगर अध्यक्ष निकला डकैत
पुलिस के मुताबिक, डकैती कांड मे शामिल सभी बदमाश अंतर्राज्यीय गिरोह बना कर लगातार बिहार समेत गिरिडीह, हज़ारीबाग, धनबाद और देवघर में लूट की वारदात को अंजाम देते रहे हैं। रोहिणी पॉवर सब स्टेशन ग्रीड डकैती कांड में शामिल बदमाशों की सुराग तलाशती पुलिस ने जब धनबाद के सिंदरी मे छापा मारा तो सबसे पहले गिरोह का किंग पिन नंबर एक दबोचा गया। पूछताछ के दौरान उसका कबूलनामा सुनकर मौके पर मौज़ूद खाकी के नुमाइंदो के भी होश फाख्ता हो गए क्यूंकि, उसवक्त उनकी गिरफ्त में कोई और नहीं बल्कि, सिंदरी थाना इलाके का सिंदरी लोजपा युवा मोर्चा का नगर अध्य्क्ष एक डकैत की शक्ल मे खड़ा था।
एक CISF का बर्खास्त जवान, दूसरा ASI का बेटा
पुलिस की माने तो, डकैत लोजपा नेता की निशानदेही पर हुई छापेमारी में जिन दो बदमाशों को दबोचा गया उनमे से एक CISF का बर्खास्त जवान जबकि, दूसरा जम्मू कश्मीर मे तैनात ASI का बेटा निकला जो अंतर्राजीय गिरोह बना कर लगातार लूट की घटना को अंजाम दे रहे थे। आपको बता दें कि, बीते दिनों गिरिडीह के मुफ्फसिल थाना इलाके से ट्रक लूट की वारदात में शामिल गिरफ्तार बदमाश का ताल्लुक भी इसी गिरोह से बताया जा रहा है।
गिरोह के 7 बदमाश के गिरेबान तक पहुंचे पुलिस के हाथ, बाकियों की तलाश जारी
देवघर पुलिस के लिए सिरदर्द साबित हो रहे पॉवर सब स्टेशन ग्रीड डकैती कांड का पर्दाफाश करने के लिए जिले के एसपी ने एक विशेष टीम का गठन किया था जिसकी जिम्मेदारी जसीडीह थाना प्रभारी विक्रम प्रताप सिंह को सौंपी गई थी। जिसके बाद अपने ख़ुफ़िया इनपुट और लोकल खबरी नेटवर्क को एक्टिव कर विकम प्रताप ने धनबाद के सिंदरी में छापेमारी कर गिरोह के सात सदस्यों को एक स्विफ्ट डिजायर कार और उनके मोबइल समेत धर दबोचा। फिलहाल पुलिस अब जब्त मोबइल को खंगालने में जुटी है ताकि, गिरोह के नेटवर्क और बाकी फरार गुर्गों को दबोचकर सलाखों के पीछे धकेल सकें।