Jaipur/Sikar/Deoghar: राजस्थान के सीकर (Sikar of Rajasthan) में उसके घर के पास जिस राजू ठेहट को लारेंस गैंग के शूटरों ने आज मार गिराया है. एक जमाने में झारखंड के देवघर (Deoghar of Jharkhand) में उसका ठिकाना हुआ करता था. यहीं से राजस्थान एटीएस की टीम ने राजू ठेहट और उसके एक दोस्त मोहन मांडोता को गिरफ्तर कर राजस्थान ले गई थी।
क्या था मामला
दरअसल हुआ यह था कि 22 मई 2005 को राजस्थान के सीकर के रानोली इलाके में विजयपाल औऱ उसके साथी भंवरलाल से मारपीट हुई थी. उस मारपीट में विजयपाल की मौत हो गई थी और भंवरपाल को गंभीर रूप से चोट आई थी. तब के इस मामले में राजू ठेहट और मोहन मांडोता के खिलाफ पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया था.
गिरफ़्तारी के डर से देपघर को बनाया था ठिकाना
गिरफ्तारी से बचने के लिए राजू ठेहट और मोहन मांडोता दोनों राजस्थान से बाहर निकल गए. फरारी के दिनों में दोनों आसाम, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र होते हुए देवघर पहुंचे और यहीं बाबा भोले के शरण में रहने लगे. करीबी सूत्र से मिली जानकारी के मुताबिक़ कहते हैं यहीं राजू ठेहट ने भोले शंकर की भक्ति शुरू की और कांवड़ भी लाने लगा।
कुछ दिनों के बाद देवघर में राजू ठेहठ के रहने की खबर राजस्थान पुलिस को लग गई और फिर राजस्थान एटीएस की टीम देवघर पहुंची और यहां उसके ठिकानों पर दबिश देनी शुरू की. इसी दौरान दोनों को कांवड़ लाते हुए 15 अगस्त 2013 को राजस्थान एटीएस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया था।