Ranchi: भाकपा माओवादियों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि माओवादियों और पीएलजीए को खत्म कर डालने के लिए शासक वर्गों ने झारखण्ड, छत्तीसगढ़, बिहार, महाराष्ट्र, ओडिसा, बंगाल आदि राज्यों में छह लाख सुरक्षाबल तैनात किये हैं।
इन सुरक्षाबलों में केन्द्रीय अर्ध सैनिक बल सीआरपीएफ, कोबरा, एसएसबी, आईआरबी, बीएसएफ के जवान शामिल हैं। इसके अलावा विशेष कमांडो बल एसटीएफ, सी 60 जैसे कमांडो और बीएमपी, सैप, जैप आदि राज्य और जिला पुलिस बलों को तैनात किया गया है। इसके लिए मुख्य क्षेत्रों को केंद्रित कर किलेनुमा, कंटीला तार से घेर कर पुलिस कैंप स्थापित किये जा रहे हैं। हर 4-5 किलोमीटर से भी कम दूरी पर अर्ध सैनिक बलों का कैंप स्थापित किया गया है और कर रहे हैं। इन राज्यों को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। प्रत्येक दिन घेरा डालो विनाश करो की मुहिम जारी है।
माओवादियों ने कहा है कि क्रांतिकारियों को पकड़कर यातनाएं देना, फर्जी मुठभेड़ में हत्या कर देना, जेल भेजना, लंबे दिनों तक झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल में कैद कर रखना, परिजनों को तंग तबाह करना, मकान व जमीन जायदाद को सीज कर लेना करने का काम किया जा रहा है। साथ ही पैतृक गांव और संपत्ति से जबरन विस्थापित कर देना, महिलाओं के साथ अश्लील हरकतें, अभद्र व्यवहार करना, अवसरवादी तत्वों को चिन्हित कर उसे विभिन्न तरह का प्रलोभन देकर आत्मसमर्पण कराने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस क्रांतिकारियों के परिजनों को डरा धमका कर जबरन आत्मसमर्पण कराने के लिए दबाव देना जैसे काम किया जा रहा है।
माओवादियों ने कहा है कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हमारी पार्टी के नेतृत्व में बनी जनमुक्ति छापामार सेना (पीएलजीए) को 22वीं वर्षगांठ हो गया है। इस दौरान दो से आठ दिसंबर तक यानी सप्ताह दिवस के रूप में पालन करने का समय हमारे सामने है। यह दिवस भारत के शोषित-उत्पीड़ित व मेहनतकश जनता के लिए उत्साह व उमंग तथा खुशी का दिन है।
इसी दिन ही भारत में दो दिसंबर 2000 को सर्वप्रथम जनता के हितों के लिए लड़ने वाली सच्ची जनसेना का गठन हुआ था। पीएलजीए की 22 वीं वर्षगांठ के अवसर पर हम सर्वप्रथम अपने पार्टी के संस्थापक, शिक्षक व नेता का चारू मजूमदार कन्हाई चटर्जी को नमन करते हैं। उनके दिखाये हुए रास्ते पर आगे बढ़ने का संकल्प लेते हैं। श्याम, मुरली, महेश को जिनकी प्रथम स्मृति वर्षगांठ पर जनसेना का गठन हुआ है को भी लाल सलाम पेश करते हैं।