Ranchi: बीते दिनों पटना HC में सुनवाई के दौरान पेश हुए नीतीश कुमार के चहेते IAS को जज साहब ने फटकार लगाते हुए IAS, IPS और IFS होने का मतलब क्या समझाया लगे हाथों गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने भी देवघर DC मंजूनाथ भजंत्री के आचरण पर सवाल खड़े करते हुए ट्वीट कर ज़ोरदार हमला बोल दिया है।
दरअसल, बीते कुछ दिनों से डॉ दुबे देवघर उपायुक्त के ऊपर असंवैधानिक तरीके से काम करने और मनमानी करते हुए तमाम प्रोटोकॉल का खुलेआम उल्लंघन के आरोप लगाते चले आ रहे हैं। मामले ने तूल तब पकड़ा जब राज्य के गवर्नर हॉउस से लगातार तीन दिनों तक फोन किए जाने के बाद भी डीसी न तो कॉल रिसीव किया और न ही, सपरिवार देवघर पहुंचे महामहिम राज्यपाल महोदय से शिष्टाचार मुलाकात ही की। इस बावत अपने देवघर आवास में जब स्थानीय सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि, जो शख्स जिस संविधान की शपथ लेकर कलक्टर बना, वही संविधान को जलाकर फेंकने की बात करता है , जिस अधिकारी का केंद्र में सुप्रीम राष्ट्रपति और राज्य में राज्यपाल होता है वह उनसे शिष्टाचार मुलाकात की बात तो छोड़िए राजभवन के फोन को भी तरजीह नहीं देता हो, उसे जिलाधिकारी जैसे महत्वपूर्ण और गरिमामयी पद पर रहने के कोई अधिकार नहीं।
उधर डॉ दुबे के उठाये इस मुद्दे के समर्थन में अन्य सांसदों ने भी देवघर DC के आचरण पर सवाल खड़े किए हैं। झारखंड से ही एक और सांसद महेश पोद्दार ने भी देवघर उपायुक्त को लेकर ट्वीट करते हुए पश्चिम बंगाल में आधी रात के वक्त बुलाए गए सत्र की याद दिलाते हुए कहा है कि, पश्चिम बंगाल एक नज़ीर है जिससे सबक लेने की ज़रूरत है।
वहीं, डॉ निशिकांत दुबे ने भी महेश पोद्दार के ट्वीट के जवाब देते हुए कहा है कि, देवघर DC को भी अब “दवा” की ज़रूरत है। इतना ही नहीं स्थानीय सांसद ने DoPT को भी टैग किया है।
बहरहाल, लगातार देवघर DC की तरफ से स्थानीय सांसद के प्रति जारी रवैये के आगे क्या असर होगा यह तो देखने वाली बात होगी।लेकिन, जिन मुद्दों को लेकर इन दिनों डॉ निशिकांत दुबे इतने सक्रिय नज़र आ रहे उसे देखकर एक बात तो साफ है कि, इस चिंगारी के धुएं के असर से बचना इतना आसान भी नहीं होगा।