Deoghar: देवघर एम्स (Deoghar AIIMS) में इलाज कराने वाले मरीजों को कैशलेस (cashless) सुविधा देने की शुरुआत बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda) ने की है। इसके साथ ही देवघर एम्स कैशलेस हेल्थ सुविधा मुहैया कराने वाला देश का पहला पब्लिक सेक्टर अस्पताल बन गया है।
इस मौके पर बैंक ऑफ बड़ौदा ने AIIMS को CSR यानी कॉरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के तहत एक बस भी उपलब्ध कराई है। जिसका इस्तेमाल, बीमार और उनके तिमारदारों को AIIMS तक पहुंचाने के लिए किया जाएगा।
इस मौके पर सुविधा बहाल कराने के दौरान आई मुश्किलों पर चर्चा करते हुए देवघर एम्स (Deoghar AIIMS) के डायरेक्टर सौरव वार्ष्णेय ने कहा कि, देवघर एम्स देश का पहला पब्लिक सेक्टर हेल्थ सेंटर बन गया है जहां, पेपरलेस और कैशलेस सुविधा मरीजों को उपलब्ध कराएगी।
डॉ वार्ष्णेय ने कहा कि, किसी भी अस्पताल में इलाज कराने पहुंचने वाले मरीज या उनके परिजनों का ज्यादा वक्त एक काउंटर से दूसरे काउंटर तक पैसे जमा कराने में बीत जाता है। जिससे इलाज में देर होती है। ऐसे में एम्स ने इस परेशानी को न सिर्फ समझा बल्कि, इसके समाधान के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda) के साथ एक समझौता किया।
बहरहाल, अब देवघर एम्स देश का पहला कैशलेस अस्पताल बन चुका है और आनेवाले वक्त में देवघर एम्स देश के हेल्थ सेक्टर के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।