Deoghar: साइबर अपराध को जड़ से खत्म करने के अभियान में लगी देवघर की पुलिस हर दूसरे दिन बड़ी संख्या में साइबर अपराधियों को अपनी गिरफ्त में ले रही है। शनिवार देर रात भी देवघर पुलिस ने साइबर क्राइम डीएसपी सुमित प्रसाद के नेतृत्व में 14 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
सभी साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी जिले पालाजोरी थाना क्षेत्र के अंगवाली गांव के जंगल से हुई है। सभी टेंट लगाकर यहां से घटना को अंजाम दे रहे थे। तभी गुप्त सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और सभी को धर दबोचा।
गिरफ्तार आरोपी के पास से पुलिस ने 26 मोबाइल, 45 सिम, 31 सौ नकद और तीन एटीएम कार्ड भी बरामद किया है।
इनकी हुई गिरफ्तारी
गिरफ्तार आरोपियों में जसीम अंसारी (22) , मोबिन अंसारी (19) , इनायत अंसारी (27) , जावेद अख्तर (22), सद्दाम अंसारी (26), इंताज अंसारी (25) , सफाउल अंसारी (23) , सरफराज अंसारी (23) , निजाम अंसारी (22) सभी आरोपी पालाजोरी थाना क्षेत्र के अंगवाली गांव का रहने वाला है। वही बरमसोली निवासी हाशिम अंसारी (20) , नवाज वारसी (21) , सज्जाद अंसारी (27) , अब्दुल जब्बार (29) जमालुद्दीन अंसारी जबकि एक आरोपी जामताड़ा जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के जादूडीह निवासी हैदर अली (20) का नाम शामिल है।
गिरफ्तार आरोपी में शामिल नवाज वारसी ठगी कर करोड़ों की प्रॉपर्टी अर्जित कर चुका है। पुलिस आरोपी के संपत्ति जांच के लिए ED से भी अनुशंसा की है।
इन तरीकों से करते थे ठगी
• बैंक के ग्राहकों को फर्जी बैंक अधिकारी बनकर आधार नंबर पैन नंबर लिंक कराने के नाम पर जानकारी मांग कर पैसे उड़ा लिये जाते थे।
• फोन पे कस्टमर को कैशबैक का रिक्वेस्ट भेज कर अन्य इ-वालेट जैसे पे यू मनी, फ्रीचार्ज, धानी पे तथा गेमिंग एप ड्रीम-11, स्कील कैश के माध्यम से साइबर ठगी को अंजाम दिया जाता था।
• फर्जी मोबाइल नंबर से फर्जी बैंक पदाधिकारी बनकर आम लोगों को एटीएम बंद होने एवं उसे चालू कराने के नाम पर ठगी की जाती थी।
• टीम विवर एवं क्विक सपोर्ट जैसे रिमोट एक्सेस एप इंस्टॉल करवा कर लोगों के मोबाइल पर आये ओटीपी को अपने मोबाइल पर एक्सेस कर साइबर ठगी का काम किया जाता था।