Ranchi: शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा है कि राज्य में भाषाई और सांस्कृतिक लड़ाई चल रही है। इस मसले पर वह स्थानीय और मूलवासियों के साथ हैं। बोकारो, धनबाद में जो विरोध शुरू हुआ है, वह जायज ही है। सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि कोयलांचल इलाके के भाजपाई विधायकों को भी जनता की बात समझनी चाहिए। भाजपा विधायक अमर बाउरी, राज सिन्हा, ढुल्लू महतो को भी सामने आना होगा। जनता की मांग क्या है, इसे जानना होगा।
विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भाजपा, आजसू पार्टी के लोग झारखंड में भोजपुरी को शामिल करने की मांग करते रहे थे। विधानसभा में बैठ गये थे। अब सरकार जिले स्तर से भी भोजपुरी जैसी भाषाओं को हटायेगी। सरकार अब उस दिशा में भी काम कर रही है। जगरनाथ महतो ने कहा कि वे जनता से अपील करते हैं कि सरकार पर भरोसा रखें। सरकार उनकी भावनाओं के अनुरूप काम करेगी।
हालांकि यह भी सही है कि 30 जनवरी को भाजपा नेता रवींद्र राय के साथ जो हुआ, वो दुखद है। यह भाजपा का ही बुना हुआ कांटा है जो गड़ रहा है। ऐसा कोई काम नहीं होना चाहिए जिससे जनता की भी दुर्गत हो और सरकार को भी परेशानी हो। झामुमो की लड़ाई धनबाद से ही शुरू हुई थी। यहीं एक बार फिर अंजाम भी मिलेगा।
जगरनाथ महतो ने अखबारों में छपी एक खबर का जिक्र करते कहा कि अभी भाजपा नेताओं के पेट में दर्द हो रहा है। वास्तव में ये सभी भोजपुरी, मगही को लागू करना चाहते हैं। झामुमो सदन में पक्ष में रहे या विपक्ष में, एक ही बात पर अडिग रहता है।