Ranchi : झारखंड प्रदेश भाजपा के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को राज्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार से भेंट कर उन्हें एक ज्ञापन सौंप देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री पर गंभीर आरोप लगाये हैं।
बीजेपी ने कहा है कि देवघर डीसी के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे पर दुर्भावना से प्रेरित होकर एक दिन में 5 एफआइआर दर्ज करायी गयी । यह निंदनीय है। सांसद निशिकांत के खिलाफ की गयी कार्रवाई दुर्भावना से प्रेरित है। देवघर ज़िला प्रशासन की इस हरकत से साबित होता है कि राज्य के सत्ताधारी गठबंधन दलों के फ्रंटलाइन वर्कर की तरह प्रशासन काम कर रहा है ।
बिजेपी ने कहा कि लगातार तीन बार से गोड्डा संसदीय क्षेत्र की जनता के द्वारा चुने जा रहे जन प्रतिनिधि के खिलाफ राज्य सरकार की ऐसी कार्रवाई सवाल खड़े कर रही है । जब सांसद के साथ ऐसा हो रहा है तो आम आदमी के साथ कैसा व्यवहार ज़िला प्रशासन करता होगा, यह सोचनीय है। देवघर ज़िला प्रशासन की दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई का प्रदेश भारतीय जनता पार्टी कड़ा विरोध करती है। राज्य निर्वाचन पदाधिकारी ऐसे मामले को गंभीरता पूर्वक संज्ञान में ले. दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा करे।
प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी प्रदेश महामंत्री डॉ प्रदीप वर्मा , प्रदेश मंत्री सुबोध सिंह गुड्डू, प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा सहित अन्य शामिल थे।
प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा के मुताबिक देवघर में न कोई चुनाव है और न कोई आचार संहिता लागू है। फिर भी महीनों पुराने ट्वीट को आधार बना कर एफआइआर करायी गयी है। यह एक चुने हुए जन प्रतिनिधि को जानबूझ कर परेशान एवं अपमानित करने की मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि आज देवघर में वही पदाधिकारी डीसी हैं जिसके खिलाफ चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए उन्हें चुनाव कार्य से मुक्त किया था। जिस संदर्भ में आज महीनों बाद एफआइआर दर्ज करायी जा रही है, उसका निष्पादन चुनाव आयोग ने पहले ही कर दिया है। फिर भी उस पर कार्रवाई की बात करना दुर्भावना से प्रेरित है।