Deoghar: ये तस्वीर देवघर सदर अस्पताल की है। जहां न कोरोना का खौफ है, न सामाजिक दुरी का पालन और न ही मास्क पहनने का सही तरीका। जी हां कोरोना की दूसरी लहर बीते चंद दिन ही हुए हैं। देश के कई राज्यों में तीसरी लहर की आहट भी शुरू हो गयी है। लेकिन, देवघर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सदर अस्पताल प्रबंधन कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बेखबर है।
बार-बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की जनता से सतर्क रहने और लापरवाही न करने की अपील कर रहे हैं। झारखण्ड में भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन संभावित तीसरी लहर को देखते हुए हालात से निपटने के लिए पुख्ता तैयारी के निर्देश सभी जिलों को दिए हैं। लेकिन, देवघर के सदर अस्पताल में कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ रही है। गुरुवार को भी ऐसा ही नजारा दिखा।
जहां अस्पताल के ओपीडी परिसर में मरीजों का काफी भीड़ लग गयी। जिसे रोकने वाला कोई नहीं था। अस्पताल आये मरीजों को न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा था और न ही सही से मास्क पहनने को ही कहने वाला कोई था। बगैर किसी कोविड नियमों का पालन करते हुए मरीज ओपीडी में बैठे चिकित्सक के पास इलाज को जाते दिखे।
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ऐसे में जरूरी है कि अभी भी अस्पताल प्रबंधन अलर्ट हो। कोविड नियमों का अनुपालन करते हुए ही मरीजों को अस्पताल परिसर में दाखिल होने की इजाजत देने की जरूरत है। क्योंकि संक्रमण वक़्त और जगह पूछ कर नहीं आती।