रांची।
लाख कोशिशों के बावजूद झारखंड में साइबर अपराधियों (Cyber Criminals) पर पुलिस लगाम नहीं लगा पा रही, यही वजह है कि अलग-अलग हथकंडे अपना साइबर क्रिमिनल्स आम लोगों को आसानी से ठगी का शिकार बना रहे हैं। ताजा मामला राजधानी रांची से आया है, जहां एक युवक से साइबर अपराधियों ने 74 हज़ार रूपये ठग लिये हैं। जानकारी के अनुसार साइबर अपराधियों ने स्क्रीन शेयरिंग ऐप (Screen Sharing App) मोबाइल में इंस्टॉल करवाकर युवक के खाते से 74 हजार रुपये उड़ा लिए।
इस तरह हुई ठगी
रांची के हिंदपीढ़ी थानाक्षेत्र का रहने वाले युवक ने ठगे जाने के बाद मामले की शिकायत पुलिस से की है। युवक ने बताया कि एक ऐप के जरिये वह रिचार्ज कर रहा था, लेकिन गलत रिचार्ज हो गया। जिसके बाद उसने कस्टमर केयर का नंबर गूगल (Google) से निकालकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। एक दिन बाद उसे एक दूसरे नंबर से कॉल आया और पैसे वापस कराने के नाम पर एनी डेस्क ऐप मोबाइल में इंस्टॉल कराया गया। यूपीआइ पेमेंट सिस्टम का इस्तेमाल करवाया। इसके बाद अलग-अलग किश्तों में कुल 74 हजार रुपये उसके खाते से गायब कर लिये। ठगी का शिकार होने पर युवक रांची एसएसपी के गोपनीय कार्यालय में स्थित साइबर सेल पहुंचा और मामला दर्ज करवाया। मामला दर्ज होने के बाद साइबर थाना भी मामले की जांच में जुट गया है।
साइबर डीएसपी ने दी सलाह
इधर, मामले की जानकारी देते हुए साइबर डीएसपी ने बताया कि एनी डेस्क, क्विक सपोर्ट जैसे कई स्क्रीन शेयरिंग ऐप हैं, जिससे जरिये आपके फोन की हर एक्टिविटी को मीलों दूर बैठा व्यक्ति भी देख सकता है। साइबर डीएसपी ने इस तरह के ऐप मोबाइल में इंस्टॉल करने से बचने की सलाह दी है, ताकि से ठगी से बचा जा सके।