Dharamshala(Himachal Pradesh): कांगड़ा जिला की धौलाधार की प्रसिद्ध ट्रैकिंग साइट त्रियुंड की पहाड़ियों (Triund hills, the famous trekking site of Dhauladhar in Kangra district) में लगातार जारी भारी बारिश व धुंध में 92 पर्यटक फंस गए जिन्हें देर शाम को रेस्क्यू कर वापस धर्मशाला पहुंचाया गया। लगातार पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही ठंडी बारिश-धुंध व धौलाधार में हल्के हिमपात से ठंडक के बीच पंजाब, हरियाणा, दिल्ली व फरीदकोट सहित अन्य पड़ोसी राज्यों के पर्यटकों के विभिन्न ग्रुप के फंसे होने की सूचना प्रशासन को रविवार दोपहर को मिली।
खराब मौसम के बावजूद बड़ी संख्या में पर्यटक पहाड़ियों में रात्रि ठहराव को निकल गए थे, जिसके कारण सुबह तक मौसम के और अधिक खराब व विजिविलिटी न होने के कारण पंजाब-हरियाणा-दिल्ली के पर्यटक फंस गए। आत्यधिक बारिश होने के कारण त्रियुंड व भागसूनाग के नाले सहित अन्य छोटे-छोटे नालों में भी पानी का बहाव अधिक हो गया। इस दौरान पहाड़ी में अधिक धुंध छाने से रास्ता व कोई सुरक्षित स्थान भी पर्यटकों को नजर नहीं आने लगा। वहीं कुछ लोकल ट्रैकरों व गाईड ने मौसम खराब होने के बावजूद पर्यटकों को बड़ी संख्या में त्रियुंड की पहाडियों में पहुंचा दिया।
इसमें बड़ी बात यह सामने आई है कि मैकलोडगंज थाना के तहत गलू चेक पोस्ट से होकर ये पर्यटक त्रियुंड नहीं गए थे, जबकि इंद्रूनाग के चोहला-बनगोटू व अन्य रास्तों से त्रियुंड की किर्थानी व माणा धार की तरफ से गए थे। वहीं अधिक बारिश व तूफान चलने के कारण टैंट भी पहाड़ी में नहीं टिक पाए, जिससे भारी बारिश में पर्यटकों को फंसने के लिए मजबूर होना पड़ा। पर्यटकों के साथ-साथ नौ गाईड व हेल्पर भी मौजूद थे, मौसम के बिगड़े हालातों के कारण वह भी फंसकर ही रह गए।
धर्मशाला प्रशासन को पहले त्रियुंड की पहाडियों से नीचे की तरफ बनगोटू से ऊपर की माणा धार की तरफ 11 पर्यटकों सहित लोगों के फंसे होने की सूचना मिली। जिसमें छह लड़कियां, चार लड़के पर्यटक व एक हेल्पर गाईड की जानकारी मिली। इसकी सूचना मिलने के बाद प्रशासन की ओर से मैकलोड़ंगज पुलिस सहित स्टेट डिजाज्स्टर रिस्पांस फोर्स एसडीआरएफ की टीम मौके के लिए रवाना हुई। जिसमें सॅब इंस्पेक्टर सहित कुल 15 लोगों की टीम मौके के लिए निकली। जैसे ही टीम भारी बारिश के बीच त्रियुंड की पहाडियों की तरफ पहुंचने लगी, इस दौरान ही अलग-अलग क्षेत्रों से आए विभिन्न गु्रप के 82 पर्यटकों के फंसे होने का भी पता लगा। जिसके बाद एसडीआरएफ की टीम ने कुल 92 लोगों को सुरक्षित स्थान पर बचाने के लिए रेस्कयू अभियान चलाया। जिसमें देर शाम तक पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए मशक्कत चलती रही। आखिरकार कुछ देर पूर्व रात को सभी पर्यटकों को सुरक्षित धर्मशाला व मकलोडगंज पहुंचाया गया।
उधर, इस बारे में एसडीआरएफ कांगड़ा के इंचार्ज सुनील राणा ने बताया कि दोपहर में त्रियुंड ट्रैकिगं रीजन में पहले 11 पर्यटकों के फंसे रहने की सूचना पर अभियान चलाया गया। जिसके बाद 82 अन्य पर्यटकों के फंसे होने की भी जानकारी मिली। जिसके बाद एसडीआरएफ की टीम ने प्रशासन व पुलिस के सहयोग से देर रात तक सभी पर्यटकों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है। उन्होंने बताया कि इसमें नौ गाईड व एक हेल्पर भी शामिल थे।
एसडीएम धर्मशाला शिल्पी बेक्टा ने बताया कि त्रियुंड ट्रैकिंग साईट व इसके आसपास के क्षेत्रों में 92 पर्यटकों के फंसे रहने की सूचना मिली थी। एसडीआरएफ के सहयोग से पर्यटकों को रेस्क्यू किया गया है। इसमें खराब मौसम में भी नाइट स्टे व ट्रैकिंग को ले जाने के लिए संबंधित ट्रैकिंग एजेंसी व गाइड से पूछताछ किए जाने के दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। जिसके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।