Deoghar: झारखंड के देवघर में रोपवे हादसे के बाद बचाव कार्य लगातार जारी है। अब तक 37 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है जबकि 11 लोग अभी भी आसमान और जमीन के बीच जिंदगी की दुआ कर रहे हैं। आज 4 वयस्क के साथ एक बच्चे को रेस्क्यू किया गया है। सुबह 6 बजे से लगातार लोगों को वहां से निकालने की जद्दोजहद चल रही है।
बता दें कि बीते रविवार की शाम को एक साथ 26 ट्रॉलियों को सैलानियों के साथ रवाना कर दिया गया। अचानक रोप-वे के केबल पर लोड बढ़ गया और एक रोलर टूट गया। चश्मदीदों के मुताबिक रोलर टूटते ही तीन ट्रॉलियां पहाड़ से टकरा गईं-और उनमें से दो ट्रॉलियां लुढ़कर नीचे जा गिरी। ये सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि जब तक कोई कुछ समझ पाता, कई सैलानी ट्रॉलियों से नीचे गिर चुके थे।
दो दिनों से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
रोप वे की ट्रॉलियां दो पहाड़ों के बीच फंसी हैं। चारों तरफ पहाड़ियां हैं और नीचे खाई है। रोप-वे की ट्रॉलियां जमीन से करीब 2500 फीट की ऊंचाई पर है और इतनी ऊंचाई पर अब भी कई लोग फंसे हुए हैं। रविवार को अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं हो पाया था। लेकिन सोमवार को वहां फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना, वायुसेना और NDRF ने मोर्चा संभाला और ये रेसक्यू ऑपरेशन अभी तक चल रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक शख्स ने हेलिकॉप्टर से गिरकर अपनी जान भी खो दी।
हादसे के बाद हरकत में सरकार
रोप-वे एक्सीडेंट के बाद झारखंड सरकार भी हरकत में आई है। सरकार के पर्यटन मंत्री का कहना है कि रोप-वे चलाने वाली एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा। साथ ही इस हादसे की पूरी जांच करवाई जाएगी और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।
फंसे हुए लोगों को इंडियन एयरफोर्स, इंडियन आर्मी, एनडीआरएफ, आईटीबीपी एवं स्थानीय प्रशासन की टीम द्वारा रेस्क्यू किया जा रहा हैं। अभी तक 37 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। इस हादसे में अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है।