नई दिल्ली: देश में कोरोना का प्रकोप अभी थमा नहीं है, और सरकार इस मामले में फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। देश में महामारी के मौजूदा हालात को देखते हुए भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध को 30 जून तक के लिए बढ़ा दिया है। DGCA ने एक सर्कुलर जारी कर इसकी जानकारी दी।
भारत ने पिछले महीने ही नियमित अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों के परिचालन पर लगाए गए प्रतिबंध को 31 मई 2021 तक के लिए बढ़ा दिया था। हालांकि सर्कुलर में ये भी कहा गया है कि कुछ जरूरी मामलों में चुनिंदा रूट पर विदेशी उड़ान सेवाओं के लिए मंजूरी दी जा सकती है। वैसे यह प्रतिबंध अंतर्राष्ट्रीय कार्गो संचालन और उड़ानों पर लागू नहीं होगा।
गौरतलब है कि पिछले साल 25 मार्च 2020 को पैसेंजर एयर सर्विसेज को निलंबित कर दिया था। इसके दो महीने बाद 25 मई 2020 से घरेलू उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू कर दिया गया था। उधर, कनाडा ने भी भारत और पाकिस्तान की ओर से आने वाले यात्री विमानों के आगमन पर लगे प्रतिबंध को 30 दिन के लिए बढ़ाने का फैसला किया है। कनाडा के परिवहन मंत्री के मुताबिक यह प्रतिबंध 21 जून तक प्रभावी रहेगा। वहीं हांगकांग और मलेशिया ने भी भारत के लिए हवाई उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया दिया है। बता दें कि मलेशिया से वंदे भारत मिशन की उड़ानों को भी अस्थायी रूप से निलंबित करने का फैसला लिया गया है। दूसरी तरफ, भारत से ऑस्ट्रेलिया जाने वाली उड़ानों पर लगाया गया प्रतिबंध 15 मई से खत्म हो गया है।
नुकसान से पूरी तरह उबर नहीं पाया है विमानन उद्योग
मालूम हो कि भारतीय विमानन उद्योग अभी भी पिछले साल में लगे देशव्यापी लॉकडाउन के कारण हुए नुकसान से उबर रहा है। अप्रैल में महामारी की दूसरी लहर ने देश को बड़ा झटका दिया, जिसके कारण पूरे देश में हवाई यातायात में गिरावट आई, खासकर तब जब दूसरे देशों द्वारा भारत की उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया गया।
कोरोना के नियमों का उल्लंघन करने वालों पर लगेगा जुर्माना
हाल ही में नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा था कि सभी हवाई अड्डे के परिचालकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि हवाई अड्डे पर और यात्रा के दौरान लोगों ने मास्क सही तरीके से पहना है या नहीं। साथ ही हवाई अड्डे के परिसर में सुरक्षित शारीरिक दूरी भी बनाए रखनी होगी। डीजीसीए ने एयरलाइंस को अचानक जांच करने का निर्देश भी दिया। अगर एयरलाइंस विमान के अंदर नियमों का पालन सुनिश्चित नहीं करा पाती हैं, तो उन पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है। साथ ही, यदि कोई व्यक्ति बार-बार चेतावनी के बावजूद नहीं मानता है तो उसके साथ ‘अनियंत्रित यात्री’ जैसा व्यवहार किया जाएगा।