महाराष्ट्र।
इन दिनों सोशल मीडिया पर महाराष्ट्र के सांगली जिले के भोसे गांव का 400 साल पुराना बरगद का पेड़ बहुत सुर्खियों में है. निर्माणाधीन रत्नागिरी- नागपुर हाइवे नंबर 166 सांगली जिले के भोसे गांव के पास से गुजर रहा है. निर्माणाधीन हाइवे का सर्विस रोड पेड़ के पास से गुजरता है. इसलिए यह पेड़ काटकर रोड बनाई जा रही थी. मगर पर्यावरण वादी कार्यकर्ताओं ने इसका पुरजोर विरोध किया.
सोशल मीडिया, न्यूज मीडिया में यह विरोध इतना फैल गया कि पेड़ के बारे में राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे को अवगत कराया गया, तो आदित्य ठाकरे ने तुरंत एक्शन लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से बात की और इस पेड़ को बचाने की मांग की. आदित्य ठाकरे से बात करने के बाद नितिन गडकरी ने इस पेड़ को बचाने के लिए हाइवे के नक्शे में ही बदलाव करने का आदेश दिया है.
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने विभागीय अधिकारियों से बात कर इस हाइवे के नक़्शे में तब्दीली करके बरगद के इस 400 साल पुराने पेड़ को बचाने को कहा है. जिसके बाद ये प्रोजेक्ट पूरा करने का आदेश दिया है. अब लोगो ने राहत की सांस ली है. आखिरकार 400 साल पुराना पेड़ बच गया है.