नई दिल्ली।
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच देश में ज्यादातर राज्यों के मुख्यमंत्री प्रवासी मजदूरों को अपने यहां से उनके गृह राज्य भेजने को आतुर दिखाई दे रहे हैं. इन सबके बीच गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने प्रवासी मजदूरों से राज्य न छोड़ने व गोवा में ही बने रहने की अपील की है.
गोवा सीएम प्रमोद सावंत ने कहा है कि अगर सभी प्रवासी मजदूर अपने राज्यों में चले जाएंगे तो गोवा को आर्थिक रूप से पटरी पर लाने में दिक्कत होगी. गोवा के पास जब आदमी ही नहीं होंगे तो गोवा को सशक्त कैसे बनाया जा सकेगा. केंद्र सरकार की ओर से गोवा के दोनों जिलों को ग्रीन जोन घोषित किए जाने के बाद गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि 'जंग अभी जारी है.' उन्होंने कहा कि अब जरूरत इस बात की है कि राज्य के लोग स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए बदली हुई जीवनशैली को अपनाएं.
सीएम ने फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'हमारे कोरोना वॉरियर्स और गोवा की जनता की कोशिशों के चलते भारत सरकार ने हमारे राज्य को ग्रीन जोन घोषित कर दिया है. कोरोना वायरस के खिलाफ जंग अभी खत्म नहीं हुई है.' उन्होंने कहा, कि 'हमें सुरक्षित स्वास्थ्य मानदंडों जैसे कि स्वच्छता, चेहरे को ढकने, सामाजिक मेलजोल से दूरी बनाए रखने और लॉकडाउन के दौरान घर पर रहने को प्राथमिकता देकर, बदली हुई जीवनशैली अपनाते हुए कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जारी रखनी है.' इस दौरान उन्होंने चिंता भी जताई और कहा कि प्रवासी लोगों को कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है. वह यहीं पर रहकर सरकार का साथ दें क्योंकि सरकार को भी अभी उनकी जरूरत है.
उन्होंने कहा कि बहुत से लोग मीडिया में आ रही खबरों के बाद से अपने परिवार को लेकर चिंतित दिखाई दे रहे हैं लेकिन उन्हें अभी अपने राज्यों में जाने से बचना चाहिए. राज्य में 80 हजार से अधिक प्रवासी मजदूरों ने अपने राज्य वापस जाने के लिए पंजीकरण कराया है. सीएम ने कहा कि सरकार को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए प्रवासी लोगों का गोवा में बने रहना जरूरी है.