देवघर।
स्वच्छ आइकॉनिक प्लेस की राष्ट्रीय स्तर की वार्षिक समीक्षा बैठक सह कार्यशाला का आयोजन देवघर के एक निजी होटल में किया गया. कार्यशाला में देश के 25 स्वच्छ आइकॉनिक प्लेस से जुड़े प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक सह कार्यशाला की अध्यक्षता पेयजल एवं स्वच्छता जल शक्ति अभियान भारत सरकार के सचिव परमेश्वरण अय्यर के द्वारा की गई। मौके पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, झारखण्ड सरकार के सचिव अराधना पटनायक और संयुक्त सचिव भारत सरकार समीर कुमार, निदेशक स्वच्छ भारत मिशन, ग्रामीण अब्बु इमरान और देवघर उपायुक्त नैन्सी सहाय उपस्थित थीं.
कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित झारखण्ड सरकार के मंत्री मिथलेश ठाकुर ने बाबा बैद्यनाथ की महीमा एवं बाबा बैद्यनाथ नगरी की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कार्यशाला की विशिष्टता के बारे में बताया। उन्होंने यहां हो रहे विकास कार्यां की चर्चा की, साथ हीं राष्ट्रीय स्तर के इस आयोजन पर हर्ष व्यक्त करते हुए इसकी बड़ी सफलता की कामनां की।
बैठक में तीर्थ स्थलों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने तीर्थ स्थलों की विशेषता और उनके स्वच्छता और सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए अपनाई जा रही विशिष्ट प्रबंधन की विस्तार से चर्चा की। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य स्वच्छ आईकॉनिक प्लेस से जुड़ी सभी तीर्थ स्थलों में उच्चतम स्तर के स्वच्छता, साफ-सफाई एवं सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट के विशिष्ट प्रबंधन के अनुभवों को आपस में बांटते हुए सभी तीर्थ स्थलों पर इसके उत्तम स्तर को प्राप्त कराना हैं।
मौके पर उपायुक्त नैन्सी सहाय ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यशाला का आयोजन करने का मौका मिलना गौरव की बात है। इस आयोजन से स्वच्छता आइकॉनिक प्लेस से जुड़े तीर्थ स्थलों के और भी सशक्त एवं बेहतर प्रबंधन में सहायता मिलेगी, साथ हीं देवघर का नाम राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त करेगा।