New Delhi: वित्त मंत्रालय आम बजट तैयार करने की कवायद (Finance Ministry exercise to prepare general budget) 10 अक्टूबर यानी सोमवार से शुरू करने जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि आगामी बजट सुस्त वैश्विक परिदृश्य के बीच वृद्धि को प्रोत्साहन देने के उपायों पर केंद्रित होगा। बजट प्रक्रिया की शुरुआत विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के साथ चालू वित्त वर्ष के व्यय के संशोधित अनुमानों (RE) और वित्त वर्ष 2023-24 के लिए कोष की जरूरत पर विचार-विमर्श के साथ होगी।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक सोमवार को पहले दिन पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, श्रम और रोजगार मंत्रालय, सूचना और प्रसारण मंत्रालय, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय और युवा मामले और खेल मंत्रालय के साथ संशोधित अनुमानों पर बैठकें होंगी। चालू वित्त वर्ष के लिए संशोधित अनुमानों और वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट अनुमानों पर ज्यादातर बैठकों की अध्यक्षता वित्त सचिव और व्यय सचिव करेंगे। दरअसल ये मोदी 2.0 सरकार और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का पांचवां बजट होगा।
वित्त मंत्रालय के बजट प्रभाग के अनुसार एक माह तक चलने वाला यह विचार-विमर्श 10 नवंबर को सहकारिता मंत्रालय, कृषि और किसान कल्याण विभाग, कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, रेल मंत्रालय और पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय की बैठकों के साथ पूरा होगा। बजट-पूर्व बैठकों के बाद 2023-24 के लिए बजट अनुमानों को अस्थायी तौर पर अंतिम रूप दिया जाएगा। अप्रैल-मई 2024 में होने वाले आम चुनावों से पहले यह आखिरी पूर्ण बजट होगा। वित्त वर्ष 2023-24 का बजट एक फरवरी, 2023 को पेश किए जाने की उम्मीद है।