Patna (Bihar): ओडिशा के बालासोर में हुए भयावह रेल हादसे में बिहार के मरने वाले यात्रियों की संख्या 31 पहुंच गई है। रविवार रात तक यह आंकड़ा 25 था। अभी भी 37 लोग लापता हैं। हादसे में घायल हुए बिहार के लोगों की मदद के लिए चार सदस्यीय टीम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर मंगलवार को रवाना हुई है।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने न्यूज़ एजेंसी से बातचीत में बताया कि जिन चार लोगों की टीम ओडिशा भेजी गई है उनमें राज्य श्रम संसाधन विभाग के निदेशक श्याम बिहारी मीणा, मुजफ्फरपुर रेलवे के एसपी कुमार आशीष, आपदा प्रबंधन विभाग के ओएसडी अविनाश कुमार और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) के डिप्टी कमांडेंट शहरयार शामिल हैं। ओडिशा पहुंचने के बाद वहां के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती बिहार के लोगों की घर वापसी और बेहतर चिकित्सा सुनिश्चित करने में ये मददगार बनेंगे। राज्य सरकार लगातार ओडिशा सरकार और रेलवे के संपर्क में है।
आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक बिहार के 31 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। अभी भी कई लोगों की शिनाख्त होनी बाकी है। 37 लोग अभी भी लापता हैं, जिनके घर वालों ने राज्य सरकार से मदद की गुहार लगाई है। उनकी शिनाख्त के लिए लगातार रेलवे और ओडिशा सरकार की मदद ली जा रही है। लापता लोगों में 12 लोग अकेले भागलपुर जिले के हैं।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार की शाम 7:00 बजे के करीब ओडिशा के बालासोर के पास बगनाहा बाजार स्टेशन के समीप कोरोमंडल एक्सप्रेस बेपटरी होकर बगल के रेलवे ट्रैक पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी। इसके बाद ठीक बगल से गुजर रही सर एम विश्वेश्वरैया हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस कोरोमंडल एक्सप्रेस के गिरे हुए डिब्बों से टकराकर बेपटरी हो गई थी। इस दुर्घटना में अब तक 275 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 800 से अधिक लोग घायल हैं। रेलवे ने बताया है कि मंगलवार सुबह तक 101 मृतकों की शिनाख्त नहीं हो पाई है।
(Input-HS )