Patna: बिहार विधान परिषद चुनाव (Bihar legislative council election) की गहमा गहमी के बीच कांग्रेस (Congress) ने बुधवार को साफ कर दिया कि वह विधान परिषद चुनाव में प्रत्याशी नहीं उतारेगी। इस घोषणा के बाद राजद को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस ने चुनाव में प्रत्याशी उतारने की घोषणा कर बिहार का सियासी पारा बढ़ा दिया था। कांग्रेस की इस घोषणा के बाद संभावना व्यक्त की जाने लगी थी कि कांग्रेस चुनाव में राजद का खेल बिगाड़ सकती है।
विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने बुधवार को साफ कर दिया कि कांग्रेस विधान परिषद में अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी। शर्मा ने कहा कि हमने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से भी मुलाकात की उनसे भी निवेदन किया था कि वह सोनिया गांधी से मिलें। उन्होंने कहा कि राजद ने बिना बातचीत किए ही तीनों प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी। अब तो ये नामांकन भी भर चुके हैं।
शर्मा ने बताया कि हम लोगों ने आलाकमान को भी इसकी सूचना दे दी। कांग्रेस किसी भी स्थिति में हॉर्स ट्रेडिंग जैसे चीजों की ओर नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि आलाकमान ने भी कहा कि आपके पास संख्या बल नहीं तो कैसे प्रत्याशी उतारेंगे। उन्होंने बताया कि सात सीटों पर हो रहे चुनाव में एक सीट के लिए 31 विधायक चाहिए, जो कांग्रेस के पास नहीं है।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को कांग्रेस के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा था कि परिषद चुनाव में कांग्रेस एक प्रत्याशी उतारने पर विचार कर रही है। उन्होंने दावा किया था कि दूसरे दलों के 15 -16 विधायक उनके संपर्क में हैं। ऐसी स्थिति में मतदान होने की संभावना बढ़ जाती।
गौरतलब है कि राजद के तीन प्रत्याशियों की घोषणा के बाद कांग्रेस ने जोरदार तरीके से आपत्ति जताई थी।