New Delhi: बौद्ध सर्किट (Buddhist Circuit) से विक्रमशिला (Vikramshila) को जोड़ा जायेगा। इस बात की घोषणा सदन में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) ने की है। यहां बता दें कि विक्रमशिला को बौद्ध सर्किट से जोड़े जाने का मुद्दा गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे (Godda MP Nishikant Dubey) ने लोकसभा में उठाया था। जिसपर जवाब देते हुये केंद्रीय परिवहन और सड़क मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि निशिकांत दुबे अपने गांव विक्रमशिला की बात कर रहे थे। जो बौद्ध सर्किट से छूट गया है उसे जल्द ही जोड़ा जायेगा।
दरअसल, बिहार के अंग क्षेत्र को पर्यटन का हब बनाने की मांग को लेकर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा में इससे जुड़ा मुद्दा उठाया। गोड्डा सांसद ने भागलपुर के विक्रमशिला और बांका के भदौरिया का इतिहास बुद्ध से जोड़कर और जमुई का इतिहास जैन से जोड़कर इसकी महत्ता को बताया। पर्यटन की संभावनाओं और बौद्ध सर्किट और जैन सर्किट का मुद्दा उन्होंने सदन में रखा।
गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे ने सदन में बौद्ध सर्किट और जैन सर्किट के जरिये प्रदेश में टूरिज्म की संभावनाओं को बल देने के प्रयास में कुछ अहम सुझाव दिये व अपनी मांग रखी। सांसद ने फिर एक बार भागलपुर स्थित विक्रमशिला विश्वविद्यालय से जुड़े मुद्दों को सामने रखा।
बिहार के भागलपुर जिला अंतर्गत विक्रमशिला विश्वविद्यालय के अतीत का पन्ना पलटते हुए सांसद ने कहा कि विक्रमशिला यूनिवर्सिटी बौद्ध का सबसे बड़ा केंद्र है। लेकिन आजतक बौद्ध सर्किट में विक्रमशिला को नहीं जोड़ा गया। उन्होंने कहा कि सारनाथ के बाद बुद्ध इटखोरी(चतरा) आए और वहां से वो भादौरिया(बांका) गये। यहां से बुद्ध विक्रमशिला(भागलपुर) ही गये थे।
सांसद निशिकांत को सुनने के बाद केंद्रीय परिवहन और सड़क मंत्री नितिन गडकरी ने सदन में कहा कि भगवान बुद्ध के जीवन से जुड़े तमाम गांव को बौद्ध सर्किट से जोड़ा गया है। एक गांव केवल छूट गया है जिसकी बात निशिकांत दुबे कर रहे थे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस परियोजना के तहत विक्रमशिला को जोड़ा जायेगा। बौद्ध सर्किट के 419 किलोमीटर के प्रोजेक्ट को 20 हज़ार करोड़ की लागत से पूरा होते हुए आगे बढ़ाया जा रहा है।
सांसद ने इस घोषणा के बाद ट्वीट कर लिखा “खुशखबरी , बुद्धा सर्किट के 419 किलोमीटर के प्रोजेक्ट में मेरे गाँव विक्रमशिला को भी जोड़ने की घोषणा माननीय केंद्र मंत्री नितिन गडकरी जी ने आज लोकसभा में की है । कुल लागत 20 हज़ार करोड़ । सभी को ढेरों बधाई ।”
जानकारी हो कि महात्मा बुद्ध के जीवन से जुड़े स्थलों को जोड़ने के लिए इस प्रोजेक्ट के तहत सड़क निर्माण का काम चल रहा है।
यहां बता दें कि सांसद निशिकांत दुबे झारखंड के गोड्डा का प्रतिनिधित्व करते हैं लेकिन उनका पैतृक गांव उसी क्षेत्र में है जहां विक्रमशिला विश्वविद्यालय है। सांसद के प्रयास के बाद 2017 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी भी यहां आए थे और ऐतिहासिक स्थल का भ्रमण किया था।