बोकारो (झारखंड)
बड़े-बुजुर्गों ने सही कहा है कि पढ़ने-लिखने की कोई उम्र नहीं होती बस इक्षा और जज्बा होनी चाहिए। झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने इसी जज्बे को दिखाया है।
झारखंड की राजनीति में हमेशा अलग-अलग कारणों से सुर्खियों में रहने वाले सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो अब पढ़ाई करेंगे। आपने मंत्री जी को कभी खेत में हल जोतते तो कभी जन अदालत लगाते देखा है। अब मंत्री जी स्कूल की बेंच पर बैठकर अपनी क्लास में पढ़ाई करते नज़र आयेंगे। सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने अपने ही डुमरी विधानसभा क्षेत्र के नवाडीह स्थित देवी महतो स्मारक इंटर महाविद्यालय में इंटरमीडिएट में दाखिला लिया है। उन्होंने कहा कि वे नियमित क्लास भी करेंगे।
मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि जब राज्य में हमें शिक्षा मंत्री पद की शपथ दिलाई जा रही थी तब कुछ लोगो ने मज़ाक उड़ाते हुए कहा था कि 10वीं पास को शिक्षा मंत्री बनाया गया है, शिक्षा नीति कैसे बेहतर होगा, क्या करेंगे। उन्होंने कहा कि उसी विरोध और मज़ाक का आज जबाब दे रहा हूँ। हममें वो जोश और जज्बा है पढ़ाई पूरी करेंगे,मंत्रालय भी देखेंगे, खेती भी करेंगे तथा जनता का सेवा भी करेंगे।
मंत्री ने कहा कि पढ़ने का कोई उम्र नहीं होती हैं हम पढ़ाई पूरी करेंगें। सूबे के शिक्षा मंत्री का यह जोश और जज्बा एक प्रेरणा भी देता है अगर आप चाह ले तो उम्र के किसी भी पड़ाव में आप कुछ सीख भी सकते हैं, बस इक्षा होनी चाहिए।