देवघर: गोड्डा से भाजपा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के उस दावे पर सवाल उठाया है जिसमें कहा गया है कि देवघर एयरपोर्ट निर्माण में झारखण्ड सरकार ने 600 करोड़ रुपये अंशदान दिए हैं।
ये बात उस वक़्त उठी जब हेमंत सोरेन ने नागरिक उड्डयन मंत्री को पत्र लिख देवघर एयरपोर्ट का नाम बाबा बैद्यनाथ के नाम से करने की मांग की। साथ ही झारखण्ड सरकार द्वारा 600 करोड़ रूपये अंशदान देने का जिक्र भी सीएम हेमंत ने पत्र में किया है।
दरअसल, 11 अगस्त को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को पत्र लिख देवघर एयरपोर्ट का नाम ‘बाबा बैद्यनाथ’ एयरपोर्ट रखने की मांग की। इस पत्र में सीएम हेमंत ने इस बात का भी जिक्र किया कि बाबा बैद्यनाथ धाम में लगभग 850 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित एयरपोर्ट जिसमें झारखण्ड सरकार का अंशदान 600 करोड़ रुपया है, बनकर तैयार है। ऐसे में जनता की मांग को देखते हुए देवघर एयरपोर्ट का नाम ‘बाबा बैद्यनाथ’ एयरपोर्ट रखा जाना चाहिए।
इस पत्र को ट्वीट करते हुए 12 अगस्त को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लिखा “बाबा बैद्यनाथ धाम (देवघर) में लगभग 850 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित एयरपोर्ट जिसमें झारखण्ड सरकार का अंशदान 600 करोड़ रुपया है, बनकर तैयार है। मैं माननीय केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री @JM_Scindia जी से इस एयरपोर्ट का नाम ‘बाबा बैद्यनाथ’ एयरपोर्ट रखने हेतु आग्रह करता हूँ।”
जिसपर सांसद निशिकांत दुबे ने पलटवार करते हुए सवाल खड़े कर दिए हैं। हेमंत सोरेन के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए सांसद ने न सिर्फ ये पूछा है कि 600 करोड़ झारखंड सरकार ने कब कब दिया? बल्कि ये भी कहा है कि पिछले दो साल से आप AAI का 50 करोड़ रूपये बकाया दें नहीं रहे हैं।
सांसद ने लिखा है ” मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM जी पिछले 2साल से 50 करोड़ @AAI_Official का बकाया दें नहीं रहे हैं,दूसरा अपने झूठ का पर्दाफ़ाश कर दीजिए कि यह 600 करोड़ आपने यानि झारखंड सरकार ने कब-कब दिया?
अब इस ट्वीट का जवाब हेमंत सोरेन की ओर से क्या आता है, ये तो वक़्त बताएगा। लेकिन इतना जरूर है कि सांसद निशिकांत ने मौका देखकर निशाना जरूर साध दिया है।