गृह मंत्रालय ने कार्यालयों में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर नई SOP जारी की है। इसके मुताबिक, अगर किसी ऑफिस में कोरोना का केस मिलता है तो उस एरिया को डिसइंफेक्टेड करने के बाद दोबारा काम शुरू किया जा सकता है। इसके लिए पूरी बिल्डिंग को बंद या सील करने की जरूरत नहीं होगी।
एक बात बताईये ! पहले और आज में कोरोना वायरस की स्थिति में क्या फर्क आया है , क्या हमने कोरोना का ईलाज खोज लिया है, क्या भारत की बड़ी आबादी को वेक्सीन लग गया है ?
आप कहेंगे कि कोरोना केस मिलने कम हो गए हैं !….अरे भाई सीधी बात है आपने टेस्टिंग करना कम कर दी है इसलिए कम हो गए हैं ….आप आज से टेस्टिंग बढ़ा दो कल से कोरोना पॉजिटिव की संख्या में इजाफा होना शुरू हो जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता रहा हूँ कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी कल मंच से भाषण देते हुए मंच पर गिर गए बेहोश हो गए आज जब उनकी जाँच की गई तो वो कोरोना पॉजिटिव पाए गए।
अब बताइये कि मुख्यमंत्री के स्तर के आदमी की जाँच में इतनी हीला हवाली चल रही है कि रूटीन में उनकी भी जाँच नही हो रही है।
हर जिले में टेस्टिंग को घटाया जा रहा है आज आप फिर से देश भर में टेस्टिंग बढ़ा दीजिए पहले के जितने मरीज निकलने शुरू हो जाएंगे…..
एक साल होने को आया है कोरोना को ….अब सबको साफ नजर आ रहा है कि कोरोना के नाम पर जबरदस्त बेवकूफ बनाया गया है। एक साधारण सी बीमारी को हव्व्वा बनाकर प्रस्तुत किया गया और देश में सिर्फ चार घंटे के नोटिस पर लॉकडाउन लगाकर आपने अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर लिया।