देवघर
New Year के आगमन को लेकर DC मंजूनाथ भजंत्री द्वारा बाबा मंदिर एवं देवघर जिला अंतर्गत विभिन्न पर्यटक स्थलों पर विधि व्यवस्था संधारण व सुरक्षा व्यवस्था को दुरूस्त रखने हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया गया है। इसके अलावे DC द्वारा बाबा मंदिर में आगामी 1 जनवरी को आने वाले श्रद्धालुओं के भीड़ को नियंत्रित करने एवं उन्हें सुरक्षित जलार्पण कराने हेतु मंदिर में प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों व कर्मियों को सुगम जलार्पण हेतु कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिया गया है। साथ हीं श्रद्धालुओं को पंक्ति में कतारबद्ध करने हेतु पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति करने के साथ-साथ बेरिकेंटिंग कराने का भी निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया है।
ज्ञात हो कि श्रद्धालुओं के जलार्पण हेतु मंदिर गर्भ गृह, निकास द्वार, पार्वती मंदिर, संस्कार मंडप, फूट ओवर ब्रिज, क्यू काॅम्लैक्स से नेहरू पार्क व मानसिंधी से चिल्ड्रेन पार्क, तिवारी चैक से बीएड काॅलेज तक टेल प्वांइट बनाए गये है एवं भीड़ व्यस्थापन(Regulation) हेतु इन स्थलों पर दण्डाधिकारियों व पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति भी की गई है, जो सुरक्षाकर्मियों के साथ भ्रमणशील रहकर अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे। साथ हीं DC द्वारा निदेश दिया गया कि मंदिर व इसके आस-पास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया जाय एवं साफ-सफाई की व्यवस्था भी चाक-चैबंद रखी जाय। वहीं यातायात व्यवस्था को दुरूस्त रखने हेतु सभी प्रमुख चैक-चैराहों पर ट्रैफिक पुलिस(Traffic Force)की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश संबंधित पुलिस अधिकारियों को दिया गया है।
DC द्वारा आगे बतलाया गया कि पर्यटको व जिलावासियों के सुरक्षा हेतु विभिन्न पर्यटक स्थलों यथा-नंदन पहाड़, तपोवन पर्वत, त्रिकूट पर्वत आदि जगहों पर विधि व्यवस्था(Law & Order)संधारण हेतु दंडाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों व पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति की गयी है। इसके मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा लगभग सभी आवश्यक तैयारी पूरी कर ली गई है एवं उन सभी पर्यटक स्थलों जहाँ पर लोगों के भीड़ होने की संभावना है, उन जगहों पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती करने का निदेश दिया गया है,ताकि भीड़ व्यवस्थापन(Crowed Management) में किसी प्रकार की कठिनाई उत्पन्न न हो।
इसके अलावे नन्दन पहाड़ के तालाब के चारों तरफ सुरक्षा घेरा के साथ-साथ सुरक्षाबलों की तैनाती भी की जा चुकी है, जहाँ नाव एवं लाईफ जैकेट के बिना तालाब में जाने की अनुमति नहीं होगी। साथ हीं सभी पर्यटन स्थलों, मंदिर आदि जगहों पर पार्किंग की उचित व्यवस्था करने का निर्देश संबंधित अधिकारी को दिया गया, ताकि शहर के यातायात व्यवस्था संधारण व पर्यटक स्थलों में आने-जाने वाले लोगों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।