नई दिल्ली।
मने मने बोले परदेसिया कि सुनीं ए छठी माता, ये छठ गीत लाखों अनिवासी भारतीयों की करुण पुकार है, जिसे अभिजीत और स्मिता मनोज ने मिलकर एक खूबसूरत रूप दिया है।
हजारीबाग निवासी अभिजीत सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और सात समंदर पार सिडनी, ऑस्ट्रेलिया से अपनी दादी के साथ मिलकर छठ गीत गा रहे हैं। अभिजीत ने इस गीत के माध्यम से ना सिर्फ अपनी और हम सब की दादी-नानी की परंपरा को आगे बढ़ाया है बल्कि उसे नया रूप भी दिया है।
इस पूरे आइडिया को अमली रूप दिया है स्मिता मनोज ने, जो कि नवी मुम्बई में रहती हैं और देसी व्यंजन को प्रोमोट करती हैं। स्मिता अभिजीत की चाची हैं। सिडनी, मुंबई और हजारीबाग में फैले एक परिवार की तीन पीढ़ीयों ने मिलकर कोरोना काल में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए ये खूबसूरत रचना तैयार की है।