दुमका।
गया से छत्तीसगढ़ में तबादला होने से नाखुश सीआरपीएफ के एक जवान राजकुमार दत्ता ने मंगलवार की दोपहर फांसी लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। परिवारवालों की सूचना पर नगर थाना की पुलिस ने शिवपहाड़ स्थित आवास से जवान का शव बरामद किया।
मृतक के पिता सुकुमार दास ने बताया कि साल 2015 में बेटे का चयन सीआरपीएफ में हुआ। इसके बाद उसकी पोस्टिंग जम्मू में हो गई। बीस दिन पहले उसका तबादला बिहार के गया जिले में हुआ। गया में एक सप्ताह तक क्वारंटाइन रहने के बाद दस दिन पहले वह घर आया। इस बीच मैसेज आया कि उसका तबादला छत्तीसगढ़ हो गया है। तबादले की बात सुनकर वह निराश हो गया। कई बार उसने कहा कि छत्तीसगढ़ नक्सल एरिया है, वहां जाना नहीं चाहता है। काफी समझाने के बाद समझ भी गया। राजुकुमार को पहले से एक बेटी थी और दीपावली के दिन भी एक बेटी ने जन्म दिया। बेटी के आने से वह खुश था। मंगलवार की दोपहर को अस्पताल में भर्ती पत्नी को खाना देकर आया और कुछ कपड़े देकर कहा कि इन्हें तालाब में धोना है। मरने से पहले उसने दोस्तों से बात भी की। पिता ने बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ तालाब पर थे, तभी छोटे बेटे ने आकर बताया कि भाई ने लोहे के पाइप से लटककर जान दे दी।
घटना सूचना मिलने पर नगर थाना की दारोगा प्रियंका व अभिनव कुमार मौके पर पहुंचे और पंचनामा तैयार किया। एसआई अभिनव ने बताया कि मौत का कारण परिजन तबादला बता रहे हैं।
मामले में पिता के बयान पर पुलिस ने यूडी केस दर्ज किया है। पुलिस ने मेडिकल कालेज में पोस्टमार्टम के बाद शव को सुपुर्द कर दिया।