रांची।
हिंदू आस्था के महापर्व छठ पर झारखंड में सरकार द्वारा गाइडलाइन्स जारी करते ही राजनीति शुरू हो गई है। हेमंत सरकार ने तालाब, झील या किसी जलाशय के किनारे सामूहिक रूप से छठ मनाने की अनुमति नहीं दी है। हेमंत सरकार के इस फैसले के विरोध में BJP जल हठ योग कर रही है।
सोमवार को रांची के सांसद संजय सेठ, रांची के विधायक सीपी सिंह, हटिया विधायक नवीन जायसवाल, कांके विधायक समरी लाल और डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने बटम तालाब में करीब 40 मिनट तक खड़े होकर झारखण्ड सरकार के इस फैसले पर विरोध जताया।
► रांची सांसद संजय सेठ ने कहा कि सरकार तुष्टीकरण की राजनीति कर एक खास वर्ग को खुश करने के लिए कर रही है। हेमंत सरकार हिंदुओं के साथ इतना दुर्व्यवहार क्यों कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी को घर में रहकर छठ करने के लिए कर रही है तो सभी के घर के आगे जलाशय बनवा दे। ये बताए कि उस जलाशय में पानी कहां से आएगा। पीने का पानी तो सरकार से दिया नहीं जा रहा।
► रांची विधायक सीपी सिंह ने कहा कि बेरमो और दुमका में कोरोना नहीं था। जनाजा निकालने में भीड़ नहीं होती है। रिसालदार बाबा के दरबार पर चादर चढ़ाते हैं तब कोरोना नहीं फैलता है। छठ व्रत आते ही कोरोना बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि हिंदू आस्था के साथ खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ये आस्था पर चोट है, सरकार को गाइडलाइन वापस लेनी ही होगी।
► हटिया विधायक नवीन जायसवाल ने कहा कि जब बिहार में जलाशय में छठ करने की अनुमति मिल सकती है तो झारखंड में क्यों नहीं ?
बीजेपी का कहना है कि हेमंत सरकार हिंदू आस्था पर कुठाराघात कर रही है।