चाईबासा।
पश्चिमी सिंहभूम जिला में एक ओर जहां एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान सफलताएं हासिल कर माओवादियों की गतिविधि को कम करने में सुरक्षा बल सफल हुए हैं। तो वहीं दूसरी ओर माओवादियों के द्वारा चाईबासा शहर में दस्तक देने का प्रयास किया गया है।
गुरुवार की सुबह चाईबासा शहर स्थित मंगला हाट परिसर एवं बिरसा मुंडा क्रिकेट स्टेडियम के बाहर माओवादियों ने दो बैनर टांग कर दहशत फैलाने का प्रयास किया है। चाईबासा शहर में माओवादियों के बैनर टांगे जाने से स्थानीय लोगों में जहां दहशत का माहौल दिख रहा है वही पुलिस के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन गई है।
आदिवासी भाषा में लिखे गए बैनर के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस कैंप एवं थाना स्थापित करने का विरोध जताने तथा सारंडा एक्शन प्लान जैसी योजनाओं का विरोध करने का माओवादियों ने संदेश देने का प्रयास किया है। मंगला हाट एवं क्रिकेट स्टेडियम के बाहर दुकानों में ग्रामीण क्षेत्रों से काफी संख्या में लोग रोजाना आते हैं इसलिए माओवादियों ने अपनी बात पहुंचाने के लिए इस जगह को चुना है।
उत्तर माओवादियों कब आए ना टांगे होने की सूचना पाकर चाईबासा पुलिस की टीम दोनों जगह पहुंच कर बैनर को अपने कब्जे में ले लिया तथा मामले का जांच शुरू कर दिया है। फिलहाल पुलिस इसे असामाजिक तत्वों का काम भी मान रही है। हालांकि पुलिस का यह भी कहना है कि अगर माओवादियों ने इस काम को किया है तो सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे अभियान से भयभीत होकर शहर में अपनी उपस्थिति दिखाने का माओवादियों की साजिश भी हो सकती है।