जमशेदपुर।
कोरोना का असर शिक्षक दिवस समारोह पर भी इस बार देखने को मिला है। यही वजह है कि राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित शहर की शिक्षिका इशिता डे को राष्ट्रपति भवन की जगह जमशेदपुर में ही सम्मानित किया गया, राष्ट्रपति की जगह एडीसी व जिला शिक्षा अधीक्षक के हाथों।
मालूम हो कि कोरोना के साथ ही पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन की वजह से राष्ट्रीय शोक है, इसलिए भी राष्ट्रपति भवन में शिक्षक समारोह नहीं आयोजित हुआ। हालांकि ऑनलाइन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मौजूदगी में शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
शहर में ही इस सम्मान से सम्मानित होने पर इशिता डे ने कहा कि यह उनके लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि सम्मान यहां मिले या राष्ट्रपति भवन में इससे फर्क नहीं पड़ता है सम्मान के लिए आप चुने गए हैं, यह मायने रखता है।
मालूम हो हर साल यह पुरस्कार वितरण समारोह 5 सितंबर को राष्ट्रपति भवन में आयोजित होता था। राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित सभी शिक्षकों को सम्मानित किया जाता था। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है।