देवघर।
पांच महीने के लंबे अंतराल के बाद बाबा बैद्यनाथ का दरबार झारखंड वासियों के लिए खोल दिया गया है, लेकिन सिर्फ 200 की संख्या में ही भक्तों हर रोज बाबा का दर्शन कर सकते हैं। साथ ही कोरोना के मद्देनजर अरघा लगा दिया गया है। भक्तों को स्पर्श पूजा की इजाजत नहीं है। जिसका विरोध पंडा धर्मरक्षणी सभा द्वारा किया जा रहा है।
शुक्रवार को बाबा मंदिर प्रांगण में पंडा धर्मरक्षणी सभा द्वारा शांतिपूर्वक एक दिवसीय धरना देकर विरोध जताया गया।
धर्मरक्षणी सभा ने बाबा के दर्शन के यात्रियों की संख्या बढ़ाने, ई-पास सिस्टम बंद करने, सभी प्रांतों के यात्रियों के लिए बाबा का दरबार खोलने, भक्तों के लिए बाबा का सुगम तरीके से पूजन की व्यवस्था करने और अरघा हटाने की मांग की है।
मांगे पूरी नहीं होने पर पंडा धर्मरक्षणी सभा ने आंदोलन तेज करने की चेतावनी भी दी है।