देवघर।
पूर्व राष्ट्रपति डॉ. प्रणब मुखर्जी का सोमवार को 84 साल की उम्र में निधन हो गया. 11 दिसंबर, 1935 को पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में जन्मे और एक स्कूली शिक्षक के रूप में अपने कॅरियर की शुरुआत करने वाले डॉ. प्रणब मुखर्जी भारत के 13वें राष्ट्रपति बने. वे हमेशा अपने बेहद शालीन स्वभाव के लिए जाने जाते रहे.
डॉ. प्रणब मुखर्जी बतौर राष्ट्रपति झारखण्ड के देवघर भी दो बार आये थे. इस दौरान प्रणब दा ने बाबा बैद्यनाथ कि पूजा-अर्चना भी की थी.
2 अप्रैल, 2017 को दूसरी बार देवघर पहुंचे डॉ. प्रणब मुखर्जी ने 44 किलोमीटर देवघर-बासुकीनाथ सोलर स्ट्रीट लाइट परियोजना का उद्घाटन किया था और सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ़ इंडिया की आधारशिला रखी थी. इसके साथ ही कर्मचारी राज्य बीमा निगम अस्पताल और चालक प्रशिक्षण केंद्र की भी आधारशिला रखी थी.
इससे पहले बतौर राष्ट्रपति डॉ. प्रणब मुखर्जी 30 अप्रैल, 2013 को देवघर आये थे. इस दौरान 14 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना का उद्घाटन और तीर्थयात्री परिक्रमा परिसर और देवघर-बासुकिनाथ 44 किलोमीटर सौर स्ट्रीटलाइट परियोजना का शिलान्यास किया था.