देवघर।
स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार तीसरे साल झारखंड कई मामलों में टॉप पर रहा. झारखंड को बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट (100 से कम शहरी निकायों वाले राज्यों में) का तमगा मिला है, तो राज्य के चार शहरों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अवॉर्ड जीते हैं.
5वें राष्ट्रव्यापी वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण, 2020 के परिणामों की घोषणा आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी द्वारा की गयी। इस दौरान देश के पूर्वी क्षेत्र के पच्चास हजार से एक लाख तक की आबादी वाले शहरों में मधुपुर को सिटिजन फिडबैक के लिए बेस्ट सम्मान दिया गया।
जानकारी हो कि करीब एक महीने चले इस सर्वेक्षण के दौरान एक करोड़ 70 लाख नागरिकों ने स्वच्छता ऐप पर पंजीकरण किया है। सोशल मीडिया पर 11 करोड़ से अधिक लोग इससे जुड़े। साढे़ पांच लाख से अधिक सफाई कर्मचारी सामाजिक कल्याण योजनाओं से जुड़े और ऐसे 21 हजार स्थानों की पहचान की गई, जहां कचरा पाने की ज्यादा संभावना है। आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी के साथ-साथ विभिन्न शहरों के मेयर, निगम आयुक्त और अन्य पक्षधारक इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
इस संबंध में देवघर उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी कमलेश्वर प्रसाद सिंह द्वारा जानकारी देते हुए कहा गया कि देश के पूर्वी क्षेत्र के पच्चास हजार से एक लाख तक की आबादी वाले शहरों में मधुपुर को सिटिजन फिडबैक के लिए बेस्ट सम्मान दिया जाना हम सभी के लिए हर्ष का विषय है। इसके लिए सभी जिलेवासियों को बहुत-बहुत बधाई क्योंकि सभी के सहयोग से हीं हमें यह सम्मान प्राप्त हो सका है। हमारा आगे भी यह प्रयास रहेगा कि हम इसी प्रकार अपने आस-पास व शहर की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखते हुए अपने जिले को स्वच्छ व सुंदर बनायें। ऐसे में सामुहिक रूप से हम सभी को चाहिए कि स्वच्छता को अपने जीवन में आत्मसात करें। इससे हमें एक स्वच्छ व सुंदर परिवेश तो मिलेगा हीं साथ हीं स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी यह आवश्यक है।
बता दें कि आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर अवार्ड कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दूरदर्शन के अलावा स्वच्छ भारत मंत्रालय के सोशल साईट ट्वीटर, फेसबुक एवं यू-टयूब के साथ अन्य कई प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया गया।