देवघर।
देवघर-दुमका नेशनल हाइवे-114… जब इस पथ से आप गुजरेंगे तो अंदाज़ा नहीं लगा पाएंगे कि सड़क पर गड्ढा है या गड्ढे में सड़क. इस सड़क के खतरनाक गड्ढे हर रोज़ किसी बड़े हादसे का इंतज़ार कर रहे हैं.
देवघर-दुमका मुख्य पथ पर न जाने कितनी जगह जानलेवा गड्ढे सड़क पर मौजूद हैं. इन गड्ढों में हर रोज़ छोटी-बड़ी गाड़ियाँ फंसती है. जिसकी वजह से घंटों लम्बे जाम लगे रहते हैं. इस सड़क के बदतर हालात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसमें हर रोज फंसने वाले वाहन को जेसीबी की मदद से निकाला जाता है. ऐसे में न सिर्फ ट्रक या अन्य छोटी-बड़ी गाड़ियाँ बल्कि एम्बुलेंस के आवागमन में भी परेशानी हो रही है.
बरसात की वजह से इस सड़क की हालत और भी जर्जर हो गयी है. सड़क जाम रहने के कारण दुर्घटना की भी आशंका बढ़ जाती है. आसपास के ग्रामीणों को आए दिन इस जाम का सामना करना पड़ रहा है. निजी वाहनों के अलावा दो पहिया और तीन पहिया वाहनों से यात्रा करने वाले लोगों की फजीहत हो रही है. मालवाहक ट्रक हर रोज़ गड्ढे में फंस रहे हैं. आसपास के लोग कहते हैं कि केवल जाम ही नहीं हर दिन दुर्घटनाएं भी हो रही है, लेकिन सरकार व विभाग मौन है. बार-बार गुहार लगाने के बाद भी न तो प्रशासन के कान तक जूं रेंगी है और न ही प्रतिनिधियों को ही इस बात की फ़िक्र है.
पथ पर हैं कई जानलेवा गड्ढे
देवघर-दुमका मुख्य पथ की लंबाई तकरीबन 68 किलोमीटर की है। इस पथ पर चोपामोड़ से निकलते ही गड्ढे मिलने शुरू हो जाते हैं। त्रिकुटी मोड़, घोरमारा, तालझारी, बजरंगबली मोड़ बासुकीनाथ, जामा, महारो, बाबूपुर एवं दुधानी से पहले बड़े-बड़े गड्ढे हैं जिसमें आए दिन वाहन फंसते हैं और जाम की स्थिति पैदा होती है। इसके अलावा इस पथ पर सबसे बड़ी तकनीकी खामी पथ के फ्लैंक का ऊंचा होना है। दूसरा यह भी कि हाल ही सड़क के किनारे केबुल बिछाने का काम हुआ है जिसकी वजह से सड़क से नीचे उतरते ही लोड मालवाहक वाहन फंस रहे हैं।