■देवघर जिला के सभी 10 प्रखंडों में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आज नींव खुदाई दिवस की शुरूआत की गयी
■ आवास योजना के माध्यम से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से 12000 हजार श्रमिकों को दिया जाएगा रोजगार:- उपायुक्त
■ प्रधानमंत्री आवास योजना की किश्त सीधे लाभुकों के बैंक खाते में जायेगी:- उपायुक्त
■ सरकार व जिला प्रशासन का प्रयास है कि कोई भी गरीब बेघर न रहेः उपायुक्त
■ आवास योजना के माध्यम से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से 12000 हजार श्रमिकों को दिया जाएगा रोजगार:- उपायुक्त
■ प्रधानमंत्री आवास योजना की किश्त सीधे लाभुकों के बैंक खाते में जायेगी:- उपायुक्त
■ सरकार व जिला प्रशासन का प्रयास है कि कोई भी गरीब बेघर न रहेः उपायुक्त
देवघर।
देवघर उपायुक्त नैंसी सहाय के निर्देशानुसार शनिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के नवस्वीकृति 3000 लाभुकों के आवास के लिए सभी दस प्रखंडों में नींव खुदाई दिवस की शुरूआत की गई। इस दौरान देवीपुर प्रखंड अंतर्गत उप विकास आयुक्त शैलेंद्र कुमार लाल, सारवां एवं सारठ प्रखंड अंतर्गत डीआरडीए निर्देशक नयन तारा केरकेट्टा, देवघर प्रखंड अंतर्गत अनुमंडल पदाधिकारी विशाल सागर, मधुपुर प्रखंड अंतर्गत अनुमंडल पदाधिकारी योगेंद्र प्रसाद के अलावा अन्य प्रखंडों में प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा एवं पंचायत में मुखिया के द्वारा नीव खुदाई दिवस की शुरुआत की गई। इस दौरान मौके पर सभी लाभुकों को औपबंधिक आवास स्वीकृति पत्र भी वितरित किया गया।
नींव खुदाई कार्यक्रम को लेकर उपायुक्त नैंसी सहाय द्वारा जानकारी दी गयी कि लॉकडाउन से प्रभावित होने के बाद प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) से न सिर्फ आवास निर्माण होगा बल्कि आर्थिक रूप से बहुत से लोगो को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होगें। योजना के माध्यम से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 1200 श्रमिकों को रोजगार से जोड़ा जा सकेगा। इसके अलावे उपायुक्त नैंसी सहाय ने कहा कि आवास की स्वीकृति के साथ ही लाभुकों से अपेक्षा की जाती है कि वे आवास का निर्माण न्यूनतम अवधि में पूर्ण करेंगे। यदि 12 माह के अंदर आवास पूर्ण नहीं किया जाता है तो आवास के लिए अगला किस्त बंद कर दिया जाएगा। आवास निर्माण के लिए तीन किस्त में सहयोग राशि दी जाएगी। प्रथम किस में 40000 एवं खिड़की स्तर तक निर्माण पूर्ण करने पर दूसरा किस्त 75000 लाभुक के बैंक खाता में भुगतान किया जाएगा। साथ ही आवास पूर्ण होने पर रंग रोगन के पश्चात अंतिम किस्त 5000 का भुगतान किया जाएगा ।
सबसे महत्वपूर्ण आवास का निर्माण लाभुक के परिवार के अन्य सदस्यों के सहयोग से पूर्ण करेंगे तथा किसी बिचौलिए से निर्माण कार्य नहीं करायेंगे। किसी बिचौलियों को कोई राशि का भुगतान नहीं करेंगे।
आवास निर्माण के क्रम में अभिषरण के माध्यम से लाभ को निम्न अतिरिक्त सुविधा दी जाएगी- आवास निर्माण के दौरान 90 मानव दिवस का मनरेगा से भुगतान। स्वच्छ भारत मिशन से शौचालय का निर्माण। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से निशुल्क गैस कनेक्शन तथा गैस चूल्हा। साथ ही दीनदयाल उपाध्याय कुटीर ज्योति योजना से निशुल्क बिजली एवं सौभाग्य योजना से निशुल्क बिजली कनेक्शन सभी लाभुकों को दिया जाएगा। सरकार व जिला प्रशासन का प्रयास है कि कोई भी गरीब बेघर न रहे।