जमशेदपुर।
जमशेदपुर की सड़क पर आज किन्नरों को एक अबला नारी की मदद करते देख हर कोई हैरान नजर आया. मामला टेल्को थाना क्षेत्र का है. जहां वर्ल्ड क्लास टाटा मोटर्स कंपनी गेट के समक्ष अपने पति के संदिग्ध मौत के लिए जिम्मेदार मान रही टाटा मोटर्स कर्मियों और अधिकारियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत टाटा मोटर्स कर्मी आलोक रंजन की विधवा अपने बच्चों के साथ अनशन करने पहुंची थी।
जहां टाटा मोटर्स प्रबंधन के इशारे पर स्थानीय पुलिस और टाटा मोटर्स के सुरक्षाकर्मियों ने महिला को जबरन अनशन स्थल से हटाने का प्रयास किया. इस दौरान पुलिसकर्मियों और सुरक्षाकर्मियों ने महिला के साथ बल प्रयोग और बदसलूकी भी करने की कोशिश की. वहीं उधर से गुजर रहे किन्नरों के एक दल ने जब इस मार्मिक दृश्य को देखा तो किन्नर के अंदर की मानवता जाग उठी. जहां किन्नरों ने मर्दों की भीड़ को धत्ता बताते हुए टाटा मोटर्स प्रबंधन और पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. फिर क्या था, घंटों किन्नर टाटा मोटर्स गेट पर तांडव लीला करते रहे. जहां किन्नरों के तांडव को देख टाटा मोटर्स के सुरक्षाकर्मी और पुलिसकर्मी पीछे हटने को मजबूर हो गए।
वहीं महिला ने अपना अनशन शुरू कर दिया। वही किन्नर भी महिला के साथ धरना स्थल पर डटे रहे. घंटों हाई वोल्टेज ड्रामा के बीच किन्नरों के कहने पर महिला ने अपनी मांग बदलते हुए अपने लिए कंपनी में रोजगार और बच्चों के पढ़ाई-लिखाई के साथ क्वार्टर की मांग रखी. जिस ज्ञापन को मौके पर मौजूद दंडाधिकारी को सौंपा गया.
दंडाधिकारी ने महिला से ज्ञापन लेते हुए भरोसा दिलाया कि तीन दिनों के भीतर महिला के आवेदन पर विचार किया जाएगा. तब जाकर महिला ने अपना अनशन अस्थाई रूप से वापस ले लिया. हालांकि महिला ने ऐलान किया है, कि अगर दोबारा प्रबंधन चालाकी करने का प्रयास करती है तो उनका आंदोलन फिर शुरू होगा।