देवघर।


देवघर के जाने-माने ऑर्थोपेडिक सर्जन डाॅ0 के शशि कुमार ने रीढ़ की हड्डी के टूटने पर सफलता पूर्वक ऑपरेशन कर एक युवक को जीवनदान दिया है. आमतौर पर रीढ़ की टूटी हड्डी का ऑपरेशन कर उसे जोड़ना काफी जटिल और जोखिम भरा कार्य होता है. इसमें सबसे बड़ा जोखिम मरीज के सामान्य गतिविधियों में लौटने का होता है.


दरअसल, सारवां के लखोरिया का समीर कुमार देव आम तोड़ने के दौरान पेड़ से गिर गया था. जिस कारण उसके रीढ़ की हड्डी टूट गयी थी. गंभीर स्थिती में उसे इलाज के लिए डाॅ0 के शशि कुमार के पास लाया गया. समीर के पीठ की टूटी हड्डी की जटिलता के बावजूद डाॅ0 के शशि कुमार ने उसका ऑपरेशन देवघर में ही करने का फैसला किया. जिसपर समीर के परिजनों ने भी भरोसा जताया. लगभग 11 घंटे लंबे चले इस ऑपरेशन के बाद मरीज की स्थिती में सुधार देख सभी ने राहत की सांस ली.

इतना ही नहीं कभी चल-फिर पाने की उम्मीद छोड़ चुके समीर को नर्सिंग होम से रविवार को घर जाने के लिए पहले तो वाॅकर और फिर खुद के सहारे न सिर्फ चलते हुए बल्कि सिढ़ियों से उतरते हुए भी मेडिकल साइंस के इस चमत्कार को देख उसके परिजन भी भावुक हो गए।
डाॅ0 के शशि कुमार का कहना है कि हड्डीयों से जुड़े सभी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है. बशर्ते मरीज व परिजन का भरोसा डाॅक्टर पर हो. वहीं, घर जा रहे समीर डाॅ0 के शशि कुमार की तारीफ करते नहीं थक रहा है।