देवघर।
तीन दिन पहले एक महिला के परिवार ने मुंशी प्रेमचंद ग्रामीण पुस्तकालय के एक फेसबुक पोस्ट पर कमेंट कर मदद मांगी थी। पुस्तकालय के अध्यक्ष रंजन गुप्ता के निर्देश पर जब उन्हें सारवाँ शाखा के दीपक राणा एवं वीरेंद्र कुमार ने संपर्क किया गया तो पता चला कि महिला की बच्ची को दवा और फल इत्यादि की जरूरत है. पुस्तकालय के नितेश झा के माध्यम से अगले दिन ही उन्हें आवश्यक आर्थिक मदद उपलब्ध करा दी गई.
पूछताछ करने पर पता चला कि उस परिवार में कोई भी पुरुष नहीं है, परिवार के मुखिया की मृत्यु हो चुकी है. आर्थिक कारणों से दोनों बच्चियों की पढ़ाई बंद हो गई है. आय का कोई नियमित साधन भी नहीं है. नियमित आय की व्यवस्था के संबंध में पूछने पर उस परिवार ने बताया कि उन्हें सिलाई का काम आता है और एक सिलाई मशीन की व्यवस्था कर देने से वो अपना घर चलाने में सक्षम होंगे.
इस जरुरतमंद परिवार को सुप्रीम कोर्ट दिल्ली में प्रतिष्ठित अधिवक्ता उज्जवल झा के सौजन्य से पुस्तकालय ने एक सिलाई मशीन के साथ कैंची और एक डब्बा धागा उपलब्ध कराया। उज्जवल झा मूलतः देवघर के निवासी हैं। उन्होंने इस परिवार के लिए अपनी शुभकामनायें भी भेजी हैं। पुस्तकालय परिवार भी इस परिवार के मंगल की कामना करता है. इस नेक कदम के लिए पुस्तकालय परिवार श्रीमान उज्जवल झा जी के प्रति आभार व्यक्त करता है।
फिलहाल पुस्तकालय ने बच्चियों की आगे की पढ़ाई के लिए उन्हें आश्वस्त किया है. बच्ची की पढ़ाई की हर आवश्यकता पुस्तकालय अपने प्रोजेक्ट चिराग के तहत पूरा करेगा। पढ़ाई में सहयोग के लिए बैंगलोर से भारती प्रसाद ने भी प्रस्ताव रखा है। भारती प्रसाद राँची की रहने वाली हैं। एसकेएमयू छात्र संघ के विश्वराज सिंह ने भी संघ की ओर से बच्ची की पढ़ाई में मदद का आश्वासन पुस्तकालय के प्रतिनिधि श्री दीपक राणा जी से बातचीत में दिया है।
पुस्तकालय की ओर से नितेश झा एवं विशाल भरद्वाज ने मधुपुर में उक्त परिवार के साथ मुलाकात की और उनकी आवश्यकता समझी। उन्होंने आज हाथों हाथ उज्जवल झा के सौजन्य से प्राप्त सिलाई मशीन के साथ कैंची और एक डब्बा धागा उक्त परिवार को उपलब्ध कराया।
इस बीच दो और जरूरतमंद परिवारों ने भी पुस्तकालय को संपर्क किया है। पुस्तकालय इन परिवारों की मदद का हर संभव प्रयास करेगा और इन परिवारों के बच्चों की शिक्षा में आ रही हर बाधा को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है ।