देवघर।
केंद्र और राज्य सरकार के पहल के बाद लॉकडाउन की वजह से लोकमान्य तिलक टर्मिनल में फंसे झारखण्ड के विभिन्न जिलों के प्रवासी श्रमिकों स्पेशल ट्रेन के माध्यम से जसीडीह स्टेशन पहुंचे। इस दौरान वरीय अधिकारियों द्वारा सभी श्रमिकों व उनके परिजनों का अभिनंदन किया गया एवं उनके सकुशल घर वापसी के लिए ढेरों शुभकामनाएं दी गयी। जिसके बाद बाहर से यहां आने वाले सभी मजदूरों को सर्वप्रथम ट्रेन से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उतारा गया और स्टेशन परिसर में स्वास्थ्य परीक्षण के लिए बने काउंटर में उनका थर्मल स्कैनिंग व स्वास्थ्य जांच संबंधी अन्य सभी प्रक्रिया पूरी की गई।
जानकारी हो कि कुल 1363 प्रवासी श्रमिकों प्रवासी श्रमिकों को स्पेशल ट्रेन से जसीडीह स्टेशन लाया गया। इस दौरान आने वाले सभी मजदूरों के बीच नास्ता, पानी का वितरण करते हुए सभी को 14 दिनों तक क्वारंटाइन का अक्षरशः पालन करने का निर्देश दिया गया। इसके अलावे सभी को मास्क का उपयोग कर व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन व सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन एवं चिकित्सकों द्वारा दिए गए चिकित्सकीय परामर्श का अक्षरशः पालन करें एवं स्वस्थ व सुरक्षित रहें।
सुरक्षा के दृष्टिकोण से रेलवे स्टेशन पर एहतियातन उठाये गए हैं सभी कदम
श्रमिकों के आगमन को लेकर जसीडीह रेलवे स्टेशन परिसर को पूर्ण रूप से सैनेटाइजड किया गया है एवं सोशल डिस्टेंसिंग के पालन हेतु वैरिकेडिंग कर जगह-जगह पर गोल घेरा का निर्माण कराया गया है। इसके अलावे सुरक्षित व्यवस्था व विधि-व्यवस्था संधारण हेतु जसीडीह स्टेशन परिसर में पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों की टीम के साथ दण्डाधिकारी एवं सुरक्षाकर्मियों की तैनात पूर्व से ही कि गई थी।
व्यवस्थित रूप से श्रमिकों को सेनेटाइज्ड बस से भेजा गया अपने-अपने गृह जिला की ओर
श्रमिकों के आने के पश्चात सर्वप्रथम स्वास्थ्य जांच के उपरांत सभी के लिए फूड पैकेट व पेयजल के साथ बच्चों हेतु चॉकलेट और केक की व्यवस्था रेलवे स्टेशन पर ही कि गई थी। जिसके उपरांत स्टेशन परिसर से अपने-अपने जिलों के लिए निर्धारित सेनेटाइज्ड बसों में बैठाकर मजदूरों को घर के लिए रवाना किया गया।