देवघर।


देवघर में पेयजलापूर्ति के अवैध कनेक्शन को वैध करने को लेकर निगम द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। अब तक लगभग दो हजार से ज्यादा अवैध कनेक्शनधारियों का कनेक्शन वैध किया गया है।


देवघर नगर आयुक्त शैलेंद्र कुमार लाल ने बताया कि नगर निगम द्वारा बृहद जलापूर्ति की व्यवस्था की जा रही है । लेकिन निगम क्षेत्र में 40,000 पेयजल आपूर्ति का कनेक्शन है। जिसमें से मात्र 12 हज़ार ही वैध है।

पूरे निगम क्षेत्र में अवैध कनेक्शनधारियों पर नकेल कसने का अभियान चलाया जा रहा है। अब तक लगभग दो हजार से ज्यादा अवैध कनेक्शनधारियों का कनेक्शन वैध किया गया है ।
नगर आयुक्त ने बताया कि कनेक्शन वैध करने के लिए उपभोक्ताओं से 52 सौ रुपये की एक चौथाई राशि और एक माह का शुल्क 135 रुपये जमा कराया गया है।
उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के कारण कार्य थोड़ी धीमी गति से चल रहा है , लेकिन दो चार माह के अंदर सभी अवैध कनेक्शन का नियमितीकरण कर लिया जाएगा।
नगर आयुक्त द्वारा पेयजल आपूर्ति कनेक्शनधारियों के घर-घर जाकर जांच कराने का कार्य किया जा रहा है। इससे अवैध कनेक्शनधारियों में हड़कंप मच गया है । कारवाई के डर से अब लोग अब अपने अवैध कनेक्शन वैध कराने की दिशा में खुद भी आगे आ रहे हैं। निगम द्वारा 5200 रुपए के शुल्क की एक चौथाई राशि जमा कराने की छूट कनेक्शन धारियों को दी गयी है जो राहत का कदम है।
निगम के पेयजल आपूर्ति पदाधिकारी विपिन कुमार ने कहा कि निगम क्षेत्र में काफी संख्या में अवैध पेयजल आपूर्ति कनेक्शन लिया गया है। इस पर नकेल कसने का कार्य किया जा रहा है ।जांच अभियान चलाकर सभी अवैध कनेक्शनों को वैध करने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है ।दो चार माह के अंदर सभी कनेक्शन की जांच पड़ताल कर सबका नियमितीकरण कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पेयजल आपूर्ति पाइप से मोटर लगाकर जल उठाने वाले लोगों को ₹10000 का जुर्माना करते हुए नोटिस दिया जाएगा । कहा कि इससे पेयजल आपूर्ति प्रभावित होती है जहां पांच व्यक्ति को जल मिल सकता है ,वैसी परिस्थिति में मोटर लगाकर एक व्यक्ति ही जल का उठाव कर लेता है जिस पर नकेल कसने का कार्य किया तेज़ी से किया जा रहा है।