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इंडियन-अमेरिकन इन्वेंटर डॉ. राजीव जोशी को प्रतिष्ठित सम्मान ‘इन्वेंटर ऑफ द ईयर’ से सम्मानित किया गया है. राजीव जोशी को यह सम्मान आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की क्षमताओं में संशोधन और इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाने के लिए दिया गया है. राजीव न्यूयॉर्क के आईबीएम थॉमसन वॉटसन रिसर्च सेंटर में काम करते हैं.
भारतीय मूल के अमेरिकी आविष्कारक राजीव जोशी को इलेक्ट्रॉनिक उद्योग को बढ़ावा देने और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) क्षमताओं को बेहतर बनाने में योगदान के लिए ‘इन्वेंटर ऑफ इयर’ पुरस्कार दिया गया है। राजीव जोशी के नाम पर 250 पैटेंट इन्वेंशन्स हैं, जो कि उन्हें मास्टर इन्वेंटर बनाती हैं. जोशी ने कई आविष्कार किए हैं . इस महीने की शुरुआत में एक वर्चुअल अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान राजीव जोशी को न्यूयॉर्क इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी लॉ एसोसिएशन द्वारा प्रतिष्ठित वार्षिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
डॉ. जोशी आईआईटी मुंबई के पूर्व छात्र हैं और उन्होंने उन्होंने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से एमएस की डिग्री हासिल की है। उन्होंने कोलंबिया यूनिवर्सिटी, न्यूयॉर्क से मैकेनिकल/ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की डिग्री भी ली है। जोशी ने वैश्विक संचार और स्वास्थ्य विज्ञान से संबंधित कई आविष्कार किए हैं।
अपनी अवॉर्ड सेरेमनी स्पीच में जोशी ने कहा कि थार क्लाउड, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्वांटम कंप्यूटिंग अब सिर्फ चर्चा के शब्द नहीं रह गए हैं, बल्कि उनका बहुत अधिक इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘ये सभी क्षेत्र बहुत ही रोमांचक हैं और मैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्वांटम कंप्यूटिंग में आगे बढ़ रहा हूं।’
हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान जोशी ने कहा था , ‘जोश और जिज्ञासा मुझे प्रेरित करते हैं।’ साथ ही उन्होंने कहा कि किसी समस्या की पहचान करने और कुछ अलग हटकर समाधान सोचने से उन्हें नए विचारों तक पहुंचने में मदद मिलती है।
उन्होंने बताया कि "जब वे बड़े हो रहे थे, तब उनके माता-पिता उन्हें महान इन्वेंटर्स गुगलिएल्मो मारकोनी, मैडम क्यूरी, राइट ब्रदर्स, जेम्स वाट, अलेक्जेंडर बेल, थॉमस एडिसन और अन्य हस्तियों की कहानियां सुनाया करते थे. इन महान हस्तियों की कामयाबी के स्टोरी और इन्वेंशन्स ने उनके सोचने की क्षमता एक आकार दिया और तभी से उनकी इच्छा साइंस एंड टेक्नोलॉजी में जगी" .