देवघर।
झारखंड से बीजेपी के 12 सांसदों में से गोड्डा लोकसभा इलाके से सांसद डॉ. निशिकांत दुबे इकलौते ऐसे एमपी हैं, जिनकी पकड़ गोड्डा से लेकर दिल्ली तक काफी मजबूत है .
पहली बार विपरीत परिस्थितियों में 2009 में गोड्डा संसदीय सीट पर बीजेपी की जीत दर्ज कराने वाले डॉ. दूबे लगातार तीसरी बार 2019 में वहां से सांसद बने हैं . इलाके में उनकी पकड़, संगठन में उनके पेनिट्रेशन और केंद्र सरकार में उनकी पहुंच का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अपने पिछले 2 संसदीय कार्यकाल के दौरान देवघर में न केवल एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा स्थापित हुआ, बल्कि वहां देश के प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान एम्स की नीवं भी पड़ी . इतना ही नहीं देवघर में राजधानी और दुरंतो जैसे ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित हुआ .
कथित तौर पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के गढ़ समझे जाने वाले संथाल परगना इलाके में बीजेपी के एकलव्य समझे जाने वाले निशिकांत दुबे की पकड़ संगठन और सरकार में इतनी मजबूत मानी जाती है कि दुमका को उपराजधानी दर्जा दिए जाने के बावजूद गोड्डा संसदीय क्षेत्र के देवघर में अधिक गहमागहमी देखने को मिलती है .वह भी तब जब दुमका संसदीय सीट लगातार झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो शिबू सोरेन द्वारा जीती गई और वह केंद्र में मंत्री तक रहे .
इतना ही नहीं, निशिकांत दुबे के प्रयास से भविष्य निधि का कार्यालय में देवघर में खुला और अब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का जोनल ऑफिस तक वहां शिफ्ट होने जा रहा है . देश में गोड्डा एक ऐसा संसदीय इलाका है, जहां अग्रणी औद्योगिक घराना अडानी ग्रुप अपना पावर प्लांट लगाने जा रहा है .यह ऐसा पावर प्लांट होगा जहां से बांग्लादेश को बिजली सप्लाई की जाएगी . देवघर में सॉफ्टवेर पार्क व निर्माण हो रहा प्लास्टिक पार्क भी डॉ. दुबे की कोशिश की ही देन है .
लॉकडाउन के कारण टला है रीजनल ऑफिस का शिफ्ट होना
जानकारी के अनुसार SBI ने बिहार-झारखण्ड में अपने प्रशासनिक स्ट्रक्चर में बदलाव करने का फैसला लिया है . इस निर्णय के तहत धनबाद में चल रहा एसबीआई का रीजनल कार्यालय बंद कर देवघर में शिफ्ट करना है . इस आदेश का अनुपालन एक मई से ही होना था. लेकिन, कोरोना के कारण देश में लागू लॉकडाउन की वजह से फिलहाल इसे शिफ्ट करने से रोक दिया गया है .
अभी धनबाद में एसबीआई के डीजीएम रैंक के अधिकारी रीजनल ऑफिस के प्रभारी हैं . जिसके अधीन अभी चार क्षेत्रीय व्यवसाय कार्यालय (धनबाद, गिरिडीह , बोकारो , हजारीबाग) है . जबकि राजस्व जिला कि बात की जाये तो धनबाद, गिरिडीह , बोकारो, हजारीबाग, चतरा और कोडरमा जिला का नियंत्रण धनबाद रीजनल ऑफिस से ही है . रीजनल कार्यालय देवघर में शिफ्ट करने के आदेश के बाद धनबाद में एसबीआई का आरबीओ तो रहेगा, लेकिन जोनल ऑफिस देवघर हो जाएगा।