पाकुड़।
लाॅकडाउन के दौरान जनवितरण प्रणाली दुकानो के माध्यम से गरीब व जरूरतमन्दो लोगो को सही से अनाज मिल सके, इसके लिए जिला प्रशासन ने सभी जनवितरण प्रणाली दुकानो से संबंधित शिक्षको को टैग कर उन्हें बतौर दण्डाधिकारी प्रतिनियुक्त किया गया था.
लेकिन, अधिकारीयों द्वारा निरीक्षण के क्रम में कई जनवितरण प्रणाली दुकान स्वंय सहायता समूहो द्वारा दुकान के संचालन में अनियमिता की बात प्रकाश में आयी है, जबकि दण्डाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त शिक्षको द्वारा जिला को समर्पित प्रतिवेदन में किसी भी तरह की कोई अनियमितता की बात उल्लेखित नहीं की गई है. शिक्षको द्वारा तथ्यों को गलत प्रतिवेदन समर्पित किया गया है. इस प्रकार का आचरण अनुशासन एवं कर्तव्यहीनता को दर्शाता है. इसी को लेकर जिला शिक्षा अधीक्षक दुर्गानन्द झा विभिन्न प्रखण्डो में प्रतिनियुक्त 40 शिक्षको से स्पष्टीकरण पूछा है. साथ ही मानदेय से एक दिन का वेतन स्थगित किया है.
वहीं, उपायुक्त कुलदीप चौधरी के निर्देश पर जिला शिक्षा अधीक्षक ने 243 शिक्षको से स्पष्टीकरण माॅगे हैं, लाॅकडाउन के दौरान जनवितरण प्रणाली दुकानो में 731 शिक्षको को दण्डाधिकारी प्रतिनियुक्त किया है। जिन्हे कण्ट्रोल रूम से फोन कर जानकारी ली गयी, जिसमे अधीकतर शिक्षको का स्वीच ऑफ़ बताया गया या गलत नबंर कहा गया, वैसे शिक्षको के विरोध स्पष्टीकरण माॅगा गया है.