रांची।
भारतीय रेलवे ने अब तक 486 विशेष ट्रेनों के माध्यम से 5 लाख प्रवासी श्रमिकों को उनके घर वापस पहुंचाया है इनमें से 101 ट्रेनें तो केवल 10 मई को चलाई गई और अगले कुछ हफ्तों तक प्रत्येक दिन कम से कम 100 स्पेशल ट्रेनें इस काम में के लिए चलाई जाएंगी।
रेलवे की विशेष ट्रेनों के माध्यम से झारखंड में भी विभिन्न राज्यों से आप्रवासी श्रमिकों के आने का सिलसिला जारी है । बेंगलुरु सेंट्रल से झारखंड के 15 जिलों के प्रवासी श्रमिक और विद्यार्थियों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन अपराह्न साढ़े चार बजे बोकारो रेलवे स्टेशन पहुंची। ट्रेन के स्टेशन पर रुकते ही यात्रियों में खुशी की लहर दौड़ गई। सभी जल्द से जल्द अपने घर पहुंचना जाना चाहते थे। मेडिकल टीम ने एक-एक कर सभी यात्रियों का थर्मल स्कैनिंग किया। इसके बाद उन्हें उनके गृह जिला की बस में बैठाया गया।
एसडीओ, चास शशि प्रकाश सिंह ने बताया, झारखंड के अलग-अलग जिलों के 1161 प्रवासी बेंगलुरु से बोकारो पहुंचे हैं। जिसमें 80 फीसदी प्रवासी गिरिडीह के हैं। प्रशासन सुनिश्चित कर रहा है कि थर्मल स्कैनिंग के बाद उन्हें उनके गृह जिला तक सुरक्षित पहुंचा सके।
बेंगलुरु से आयी नगमा खातून, मोहम्मद गुलाम, कुर्बान अंसारी और आसीम अंसारी ने झारखंड पहुंचने पर खुशी का इजहार किया। उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के दौरान बेंगलुरु में उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि ट्रेन में उन्हें खाने-पीने से लेकर किसी तरह की कोई कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा। इसके लिए उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार का आभार जताया।
एक अन्य विशेष रेलगाड़ी तेलंगाना के नागलपल्ली से प्रवासी मजदूरों को लेकर कल देर रात बोकारो स्टेशन पहुंची। लॉकडाउन की लम्बी अवधि के कारण तेलंगाना में फंसे झारखण्ड के पन्द्रह जिलों के1058 श्रमिक और छात्र-छात्राओं की गृह प्रदेश वापसी की खुशी उनके चेहरों पर झलक रही थी। स्टेशन पर ही सभी का थर्मल स्क्रीनिंग कराया गया। इसके बाद खाना-पानी का पैकेट देकर उन्हें बसों के माध्यम से उनके गृह जिला भेज दिया गया।