देवघर।
'लाकडाउन' की फौरी बंदिशों के बीच दूसरी हलचलें भले ही थम गयी हों, अनुभूतियों के आसमान पर कला का परिंदा पूरी लय से परवाज भर रहा है। तभी तो देवघर के जाने-माने प्रोफेशनल पेंटर भानू श्री उर्फ राजेश कुमार राउत अपनी कूची से जीवन के कई शेड्स उकेर रहे हैं. इनमें लोकजीवन और आस्था की कौंध भी है.
भानू श्री कहते हैं कि इस वैश्विक आपदा में वे अपनी कला के माध्यम से ईश्वर और प्रकृति का सजदा कर रहे हैं. इस क्रम में उनकी पेंटिंग पर संताल परगना के परिवेश का प्रभाव भी लक्षित हो रहा है.
इन दिनों वे देवघर के कुछ मिथकों को रंगों और रेखाओं से टटोलने की कोशिश कर रहे हैं. इनसे बचा समय वे कुकिंग में दे रहे हैं. दरअसल,भानू श्री को खाने-खिलाने का बहुत शौक है.
चूंकि, अभी प्रोफेशनल कार्यों का दवाब नहीं है, इसलिए तरह-तरह के व्यंजन बनाने और अपनों को 'एक सामाजिक दूरी' के साथ खिलाने में काफी संतुष्टि महसूस कर रहे हैं.
पेंटर, भानू श्री उर्फ राजेश कुमार राउत