देवघर।
केंद्र और राज्य सरकार के पहल के बाद लॉक डाउन की वजह से बाहर फंसे श्रमिकों, छात्रों और अन्य लोगों की घर वापसी का सिलसिला लगातार जसीडीह स्टेशन पर जारी है। इसी कड़ी में आज सुरत में फंसे झारखण्ड के विभिन्न जिलों के 1208 मजदूरों व अन्य को स्पेशल ट्रेन के माध्यम से जसीडीह स्टेशन लाया गया।
इस दौरान सबसे पहले स्टेशन पर पहुँचते ही स्पेशल ट्रेन को पूरी तरह से सेनेटाइजड किया गया, जिसके बाद समाजिक दूरी का अनुपालन कराते हुए एक-एक कर सभी लोगों का स्वागत उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी नैंन्सी सहाय एवं वरीय अधिकारियों के द्वारा किया गया और उनके सकुशल घर वापसी हेतु ढेरों शुभकामनाएं दी गयी।
सुरत से यहां आने वाले सभी मज़दूरों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए स्टेशन परिसर में स्वास्थ्य परीक्षण के लिए बने काउंटर में उनका थर्मल स्क्रीनिंग व स्वास्थ्य जांच संबंधी अन्य सभी प्रक्रिया पूरी की गई।
श्रमिकों के स्वागत के क्रम में उपायुक्त नैंसी सहाय द्वारा सुरत से आने वाले सभी मजदूरों के बीच नास्ता, पानी का वितरण करते हुए सभी को 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन के नियमों का अक्षरशः पालन करने का निर्देश दिया गया। साथ हीं सभी को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन एवं चिकित्सकों द्वारा दिए गए चिकित्सकीय परामर्श का अक्षरशः पालन करते हुए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की बात कही।
इसके अलावे उपायुक्त नैंसी सहाय द्वारा जानकारी दी गई कि सुरत से यहां आने वाले सभी मजदूरों एवं यहां के लोगों के स्वास्थ्य सुरक्षा के दृष्टिकोण से जिला प्रशासन द्वारा सभी एहतियाती उपाय अपनाये गए हैं। सुरक्षा के दृष्टिकोण से सुरत से आने वाले सभी मजदूरों को उनके गंतव्य स्थान तक भेजने हेतु प्रयोग किये जाने वाले बसों को पूर्णतः सेनेटाइजड कर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया है। इकसे अलावे ट्रेन के भीतर से लेकर प्लेटफाॅर्म तक हर जगह समाजिक दूरी का पालन किया जा रहा है।
■ थर्मल स्क्रीनिंग के साथ चिकित्सकों की विशेष टीम की तैनाती की गयी थी स्टेशन परिसर में
श्रमिकों के आगमन को लेकर उपायुक्त नैन्सी सहाय के निर्देशानुसार चिकित्सकों की विशेष टीम की प्रतिनियुक्ति भी की गयी थी, ताकि थर्मल स्क्रीनिंग और स्वास्थ्य जांच के साथ किसी भी अपात स्थिति में आने वाले लोगों के अन्य स्वास्थ्य संबंधी जांच भी किये जा सके।
■ सुरक्षा के दृष्टिकोण से रेलवे स्टेशन पर एहतियातन उठाये गए हैं सभी कदम
श्रमिकों के आगमन को लेकर जसीडीह रेलवे स्टेशन परिसर को पूर्ण रूप से सैनेटाइजड किया गया है एवं सोशल डिस्टेंसिंग के पालन हेतु बैरिकेडिंग कर जगह-जगह पर गोल घेरा का निर्माण कराया गया है। इसके अलावे सुरक्षित व्यवस्था व विधि-व्यवस्था संधारण हेतु जसीडीह स्टेशन परिसर में पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों की टीम के साथ रेलवे के अधिकारी, जिला स्तर के दण्डाधिकारी एवं सुरक्षाकर्मियों की तैनाती भी की गई थी।
■ व्यवस्थित रूप से श्रमिकों को सेनेटाइजेड बस से भेजा गया अपने-अपने गृह जिला की ओर
श्रमिकों के आने के पश्चात सर्वप्रथम स्वास्थ्य जांच के उपरांत सभी के लिए भोजन की व्यवस्था रेलवे स्टेशन पर ही कि गई थी। जिसके बाद स्टेशन परिसर से अपने-अपने जिलों के लिए निर्धारित सेनेटाइजेड बसों में बिठाकर मजदूरों को घर के लिए रवाना किया गया। वहीं इस दौरान सभी प्रवासी श्रमिकों को भोजन का पैकेट, पानी का बोतल उपलब्ध कराया गया।