पाकुड़।
लॉकडाउन के बीच पैसा का इंतजाम नहीं होने के कारण पाकुड़ प्रखंड के मंगलापाड़ा स्थित डहरटोला के रहने वाले 50 वर्षीय रामेश्वर हांसदा गंभीर रूप से बीमार होकर घर में पड़े हुए हैं।
रामेश्वर हांसदा की बीमारी के बारे में गांव के ही रहने वाले पूरण आसरा हांसदा ने बताया कि रामेश्वर हांसदा लॉकडाउन के बीच अचानक बीमार पड़ गए। घरवालों ने इसकी सूचना हम ग्रामीणों को दिया तो शहर के एक प्राइवेट नर्सिंग होम में उसे ले जाय गया। वहां चिकित्सक के द्वारा जांच करने के बाद बताया गया कि इनके शरीर में खून की कमी है और तत्काल खून चढ़ाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि रामेश्वर हांसदा काफी गरीब हैं और बीमारी को देखते हुए पूर्व में ही वह अपने घर में पाल रहे गाय को बेचकर अपना इलाज करवा रहे थे। वहीं, किसी तरह पैसा इकट्ठा करने के बाद ब्लड का इंतजाम किया गया, लेकिन ब्लड चढ़ाते ही इनकी स्थिति और खराब होने लगी , गंभीर स्थिति को देखकर इन्हें वापस घर में लाया गया।
पूरण ने बताया कि रामेश्वर हांसदा के पास पैसे की काफी कमी है, इस कारण वे इलाज नहीं करवा पा रहे हैं। वही मौके पर मौजूद बीमार रामेश्वर के पुत्र सागर हांसदा ने बताया कि हमारी आर्थिक हालत अच्छी नहीं है। किसी तरह अपना जीवन यापन करते हैं, हम लोगों के पास लाल कार्ड भी है लेकिन, पिताजी गंभीर रूप से बीमार है और पैसे की कमी के कारण इनका इलाज नहीं हो रहा है.
उन्होंने मांग की कि जिला प्रशासन हम लोगों की स्थिति को देखते हुए मदद उपलब्ध कराते हुए मेरे पिताजी का इलाज सुनिश्चित करवाएं, ताकि पिताजी का जीवन बच सकें।
पैसे की कमी के कारण दिनों दिन मौत के करीब जा रहे रामेश्वर हांसदा को बस एक ही आस है कि प्रशासन उनकी सुध ले और उनका इलाज करवाएं।