देवघर।
देवघर में भी कोरोना के एक मरीज की पुष्टि हुई है. झारखंड में सोमवार 20 अप्रैल को 4 नये कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं. इनमें देवघर, बोकारो, रांची के हिंदपीढ़ी और हजारीबाग से एक-एक मामला है.
देवघर जिला अब तक कोरोना वायरस से अछूता था, लेकिन अब देवघर जिला भी इसकी चपेट में आ गया है। देवघर के सारवां प्रंखड के गम्हरिया गाँव में कोरोना पॉजिटिव केस मिलते ही लोगों में हड़कंप मच गया है. कोरोना पॉजिटिव मरीज़ पंजाब से लौटा था. बताया गया है कि पंजाब से लौटे इस युवक को 14 दिनों तक क्वारंटाइन में भी रखा गया था, क्वारंटाइन अवधि खत्म होने के बाद आये रिपोर्ट में युवक कोरोना संक्रमित मिला है।
उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी नैंसी सहाय द्वारा जानकारी दी गई कि सारवां प्रखंड के गमहरिया गांव में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने की जानकारी के बाद ही युवक को बेहतर ईलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है, ज्ञात हो कि मरीज में अब तक कोरोना से संबंधित कोई भी प्राथमिक लक्षण नही दिख रहे हैं। साथ ही वर्तमान समय में मरीज की स्थिति बिल्कुल स्थिर बनी हुई है।
डीसी ने बताया कि एहतियात के तौर पर गांव तक पहुंचने वाले हर रास्ते व चेकपोस्ट पर दंडाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की है। साथ ही सभी की स्वास्थ्य सुरक्षा को देखते हुए गांव को सील किया गया है।
डीसी ने सभी से आग्रह किया है कि बिना पैनिक हुए जिला प्रशासन का सहयोग करें।
वहीं आज से ही पूरे देश में सशर्त कुछ क्षेत्रों में छूट दी गई है. ऐसे में देवघर जिला ग्रीन ज़ोन में रहने का जश्न मना भी नहीं पाया था कि ओरेंज जोन में चला गया . लोगों को सतर्क व सावधान रहने की ज़रूरत है, प्रशासन को और भी सख्ती से लॉकडाउन के प्रावधानों का अनुपालन कराना होगा।
वहीं ,रांची के हिंदपीढ़ी में एक महिला को कोरोना संक्रमित पाया गया. बताया जा रहा है कि वह तबलीगी जमात से जुड़ लोगों के संपर्क में आयी थी.
वहीं हजारीबाग से मिला शख्स मुंबई से लौटा है.
बोकारो से कोरोना पॉजिटिव पाया गया शख्स उसी परिवार का सदस्य है, जहां एक की कोरोना से मौत हो चुकी है.
झारखंड में लगातार बढ़ रही कोरोना पॉजिटिवों की संख्या ने सबको परेशान कर दिया है. सरकार अपने स्तर से हर परिस्थिति से निपटने की तैयारी में जुटी है. मगर बढ़ती संख्या सरकार को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है. राज्य में चार नये मामले सामने आने के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या 45 हो गयी है. जिसमें दो लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, चार मरीज ठीक भी हुए हैं.