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#Lockdown कोरोना के इस जंग में सभी का सहयोग जरुरी:डीसी

देवघर:

वैश्विक आपदा कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के रोकथाम, बचाव को लेकर गुरुवार को समाहरणालय सभागार में मंत्री हाजी हुसैन अंसारी, देवघर विधायक  नारायण दास, सारठ विधायक  रणधीर सिंह, उपायुक्त नैन्सी सहाय एवं विभिन्न जनप्रतिनिधियों के साथ जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों की उपस्थिति में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गयी। 

बैठक के दौरान उपायुक्त नैन्सी सहाय द्वारा देवघर जिला अंतर्गत कोरोना वायरस को लेकर की गयी व्यवस्थाओं से सभी को अवगत कराया। साथ हीं वर्तमान समय में लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा व अन्य दी जाने वाली सुविधाओं की तैयारियों विस्तृत समीक्षा की गयी। इस दौरान जिला अंतर्गत बनाये गए आईसोलेशन वार्ड, कोरेंटाईन सेंटर व प्रखण्ड स्तर पर की गयी तैयारियों की विस्तृत जानकारी उपायुक्त द्वारा उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों को दिया गया। इसके अलावे बैठक के दौरान लाॅक डाउन के वजह से गरीब व असहाय परिवारों के बीच खाद्यान्न सुचारू रूप से वितरित हो एवं अन्य बीमारियों के ईलाज से जुड़े मामलों के साथ जिला प्रशासन द्वारा किये जा रहे कार्यों के सुचारू रूप से संचालन हो, इसपर विस्तृत चर्चा की गयी। 

मुख्यमंत्री मानव सेवा योजना के तहत एक हजार व दो हजार रूपये की राशि दी जायेगी

बैठक के दौरान उपायुक्त नैन्सी सहाय द्वारा उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों को मुख्यमंत्री मानव सेवा योजना से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी गयी। साथ ही बतलाया गया कि लॉकडाऊन के कारण भोजन और दवा जुटाने में असमर्थ हो चुके लोगों को आर्थिक सहायता देने के उद्देश्य से राज्य के अंदर रह रहे प्रभावित परिवारों को पूरे लॉकडाऊन की अवधि में एक बार एक हजार रुपए उनके खाते में भेजे जाएंगे। इसी तरह राज्य के बाहर फंसे ऐसे लोगों के खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए एक बार दो हजार रुपए दिए जाएंगे। इस राशि का हस्तांतरण आप विधायकों की अनुशंसा पर होगी। विधायक की अनुशंसा से तैयार की गई सूची के आधार पर उप विकास आयुक्त प्रभावित परिवारों के मुखिया के खाते में जल्द से जल्द राशि को भेज दिया जायेगा। हर विधानसभा क्षेत्र में इसके लिए अधिकतम 25 लाख रुपए खर्च किए जाने का प्रावधान सरकार द्वारा तैयार किया गया है। 

 आकस्मिक खाद्यान्न निधि योजना के साथ सभी प्रखण्डों के खाद्य आपूर्ति/खाद्य सुरक्षा मद में दुबारा दी जा रही है राशि

बैठक में वैसे योग्य लोग जिन्होंने राशन कार्ड के लिए आवेदन किया है, उन्हें खाद्यान्न मुहैया कराने को लेकर चर्चा हुई। इस पर उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि जिले में जिन्होंने नए राशन कार्ड के लिए आवेदन किया है, उन्हें अंचल कार्यालय से खाद्यान्न मुहैया कराया जा रहा है। इसको लेकर सभी प्रखण्डों में तीन-तीन लाख रूपये की राशि भी हस्तांतरण किया गया है। इसके अलावे आकस्मिक खाद्यान्न निधि योजना के अंतर्गत वार्ड एवं पंचायत के जनप्रतिनिधियों को 10-10 हजार उपलब्ध कराया गया है ताकि वैसे लोग जिनके पास राशन कार्ड नहीं है और जिन्होंने आवेदन नहीं दिया है, उनके सामने खाने के समस्या उत्पन्न ना हो। 

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आनाज वितरण में पारदर्शिता का रखा जायेगा पूरा ख्याल 

बैठक के दौरान आनाज वितरण में होने वाली अनियमितता को लेकर विभिन्न जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने-अपने सुझाव दिये गए, जिसपर उपायुक्त ने संज्ञान लेते हुए गरीब, असहाय व जरूरतमंद के बीच वितरण किये जा रहे राशन की निगरानी के लिए निगरानी समिति गठन करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया। निगरानी समिति में राशन वितरण के दौरान जिला परिषद, पंचायत समिति, वार्ड, मुखिया, रोजगार सेवक की उपस्थिति में आनाज का वितरण किया जायेगा, ताकि किसी प्रकार की अनियमितता की कोई गुंजाईश न रहें। इसके अलावे बैठक के दौरान चंलत भोजनालय की सराहना करते हुए माननीय मंत्री व जनप्रतिनिधियों द्वारा शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों के लिए इसकी शुरूआत करने की बात कही, जिसपर उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि देवघर व मधुपुर अनुमंडल के पश्चात चिन्हित प्रखण्डों में भी चंलत भोजनालय की व्यवस्था जल्द शुरू की जायेगी, ताकि ज्यादा से ज्यादा दूर-दराज रहने वाले लोगों को इसका लाभ मिल सके। बैठक में डीलरों के मनमानी रवैयों को लेकर उपायुक्त श्रीमती नैन्सी सहाय ने संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया गया कि ऐसे पीडीएस डीलरों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई करें। 

विशेष दाल-भात केन्द्र, दाल-भात केन्द्र, दीदी किचन व थानों में कम्यूनिटि किचन के माध्यम से कराया जा रहा है निःशुल्क भोजन

बैठक के दौरान उपायुक्त नैन्सी सहाय द्वारा जानकारी दी गयी कि जिले के सभी गरीब व असहाय परिवारों की भोजन की व्यवस्था हेतु जिला अंतर्गत 13 दाल-भात केन्द्र, 23 विशेष दाल-भात केन्द्र, 17 थानों में कम्यूनिटि किचन, 194 पंचायतों में दीदी किचन के माध्यम से निःशुल्क भोजन की व्यवस्था सभी के लिए की गयी है। इसके अलावे राशन को लेकर मिलने वाली शिकायतों पर त्वरित संज्ञान लेते हुए अधिकारियों व स्वयं सेवी संस्थाओं के माध्यम से शिकायतकर्ता के घर तक भी राशन पहुंचाने का कार्य लगातार किया जा रहा है। 

शहरी क्षेत्रों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी फोगिंग व सेनेटाईजिंग का कार्य में लाई जायेगी तेजी

बैठक के दौरान साफ-सफाई, फोगिंग व सेनेटाईजेशन के लेकर विभिन्न जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने सुझाव दिये। साथ ही शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी साफ-सफाई की तीव्रता को बढ़ाने की बात पर चर्चा की गयी। इस पर उपायुक्त नैन्सी सहाय द्वारा जानकारी दी गयी कि वर्तमान में कोविड -19 के दुष्प्रभाव को देखते हुए एवं संयुक्त सचिव, पंचायती राज मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार 14 वें वित्त आयोग के (FFC) अनुदान का उपयोग सभी ग्राम पंचायतों में कोविड-19 से बचाव व इसके रोकथाम हेतु किया जाना है। इसमें सभी ग्राम पंचायत अपनी अहम भूमिका निभाते हुए कीटाणुशोधन के माध्यम से वायरल संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए अपने अधिकार क्षेत्र में पर्याप्त स्वच्छता बनाए रखे एवं गांव की सड़कों, सीवेज नालियो, स्कूल, कॉलेज व सार्वजनिक उपयोग वाले भवनों, आंगनवाड़ी केंद्र, अस्पताल, पुस्तकालय, सामुदायिक भवन, पंचायत भवन, बाजार, बैंक परिसर, डाकघर परिसर, पशु चिकित्सालय आदि का समुचित साफ-सफाई कराते हुए इनका नियमित अंतराल पर सैनिटाईजेसन कराया जाना है। इसके अलावे कोरोना संक्रमण को देखते हुए संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया गया है कि सभी ग्राम पंचायतों द्वारा एफएफसी अनुदान, जिसमें ग्राम पंचायतों में बुनियादी सेवाओं में से एक के रूप में स्वच्छता शामिल है, जिसका उपयोग ग्राम पंचायतों में कीटाणुशोधन, धूमन, स्वच्छता, मास्क, सैनिटाइजर आदि की खरीद के लिए किया जाय, ताकि उसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई एवं लोगों के स्वास्थ्य सुरक्षा का ध्यान रखते हुए कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने की दिशा में आवश्यक कार्य किया जा सके। साथ हीं सभी जनप्रतिनिधियों को भी अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से मास्क व सेनेटाईजर जल्द ही उपलब्ध करा दिया जायेगा। 

अफवाओं पर लगाम लगाने पर हुई विस्तृत चर्चा

कोरोना के मामलों को लेकर बिना वजह के फैल रहे अफवाहों पर लगाम लगे, इसको लेकर भी लेकर बैठक में विस्तृत चर्चा की गई। इसको लेकर उपायुक्त ने बताया कि प्रशासन द्वारा लोगों की समस्याओं के निराकरण की व्यवस्था की गई है। किसी भी तरह की अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। साथ हीं सोशल मीडिया पर निगरानी हेतु टीम का गठन व साइबर सेल द्वारा भी पूरी तरह से नजर रखी जा रही है। साथ ही ड्रोन कैमरे से पूरे इलाके की निगरानी की जा रही है ताकि लॉकडाउन को तोड़ने वाले लोगों को चिन्हित कर उनपर कड़ी कार्रवाई की जा सके। जिला प्रशासन द्वारा लगातार लाॅक डाउन के नियमों का पालन व सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन को लेकर जागरूकता कार्यक्रम के साथ सख्त कार्रवाई भी की जा रही है। 

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